- कोरोना वायरस से नहीं हुई थी महिला की मौत
- काम पर लौटे स्टाफ, अस्पताल ने दी जानकारी
दिल्ली में जिस महिला की मौत के बाद भगवान महावीर अस्पताल के 68 स्टाफ क्वारनटाइन हुए थे, उस महिला का कोरोना वायरस टेस्ट निगेटिव आया है. महिला की मौत कोरोना संक्रमण की वजह से नहीं हुई है.
भगवान महावीर अस्पताल प्रशासन को इस रिपोर्ट का बेसब्री से इंतजार था, क्योंकि अस्पताल को पूरी तरह से बंद कर दिया गया था, साथ ही सभी स्टाफ को क्वारनटाइन कर दिया गया था. अब अस्पताल प्रशासन की ओर से अलका अग्रवाल ने कहा, ‘रोगी की रिपोर्ट निगेटिव आई है. सभी स्टाफ को काम पर दोबारा बुला लिया गया है. अस्पताल की सभी सुविधाएं फिर शुरू हो गई हैं.’
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मतलब साफ है कि अस्पताल में संक्रमण फैलने का खतरा अब नहीं है, और अब लोग काम पर लौट सकते हैं. दिल्ली में कोविड-19 महामारी तेजी से पांव पसार रही है. संक्रमण की वजह से दिल्ली के कुछ इलाकों को पूरी तरह से सील कर दिया गया है, वहीं दिल्ली पुलिस सामान्य तौर पर भी लॉकडाउन की वजह से सख्ती बरत रही है.
क्या है पूरा मामला?
भगवान महावीर हॉस्पिटल में एक गर्भवती महिला भर्ती हुई थी . महिला के घर को आइसोलेट किया गया था, इस बाबत घर पर नोटिस भी चस्पा किया गया था. जब महिला अस्पताल में भर्ती हुई तो उसने आइसोलेट होने की जानकारी नहीं दी. महिला की मौत के बाद पूरे स्टाफ को आइसोलेट होना पड़ा.
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महिला की मौत अस्पताल में बुधवार को ही हो गई थी. मौत के बाद महिला के सैंपल को कोविड-19 टेस्ट के लिए भेजा गया था. अस्पताल प्रशासन ने तभी कहा था कि अगर महिला की रिपोर्ट निगेटिव आती है तो ही स्टाफ काम पर लौटेंगे नहीं तो क्वारनटीन ही रहेंगे.
होम क्वारनटाइन में था महिला का परिवार
महिला के परिजनों ने अस्पताल प्रशासन से कहा था कि बुधवार को केवल घर में 4 लोग थे, जिनमें महिला भी शामिल थी. महिला 10 अप्रैल से 24 अप्रैल तक होम क्वारनटीन में थी. इस संबंध में एक स्टीकर भी घर के बाहर चिपकाया गया था. अस्पताल प्रशासन ने एहतिहातन यह फैसला लिया था.


