- अनिल देशमुखः कश्मीर की आजादी की मांग नहीं कर रही थी
- जीतेंद्र अहवाडः मैं छात्रों का प्रतिनिधि, अन्याय नहीं होने दूंगा
जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) कैंपस में हुई हिंसा के बाद अब इस पर जमकर राजनीति होने लगी है. महाराष्ट्र के मंत्री जीतेंद्र अहवाड ने जेएनयू हिंसा के खिलाफ मुंबई के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन कर छात्रों के खिलाफ एफआईआर दर्ज मामले पर कहा है कि वह आश्वस्त करते हैं कि उनके साथ अन्याय नहीं होगा. दूसरी ओर राज्य के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने ‘फ्री कश्मीर’ पोस्टर लहराने वाली लड़की का बचाव किया है.
महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख ने प्रदर्शन के दौरान ‘फ्री कश्मीर’ पोस्टर लहराने वाली महक को लेकर कहा कि महक मिर्जा प्रभु ‘फ्री कश्मीर’ के पोस्टर के साथ खड़ी थी. कश्मीर में इंटरनेट नहीं है और वहां पर कई अन्य तरह की पाबंदिया भी हैं.
उन्होंने आगे कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि वह कश्मीर की आजादी की मांग कर रही थी. हम अभी भी उसके इरादे के बारे में अधिक जानकारी जुटा रहे हैं. हम मामले की जांच करेंगे.
अन्याय नहीं होने दूंगाः जीतेंद्र अहवाड
गृह मंत्री की तरह गेटवे ऑफ इंडिया में प्रदर्शन कर रहे लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने के बाद महाराष्ट्र के मंत्री जीतेंद्र अहवाड ने कहा, ‘मैं कैबिनेट में छात्रों का प्रतिनिधि हूं और मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि उनके साथ किसी तरह का कोई अन्याय न हो, मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा और मुद्दे को हल करने का तरीका खोजूंगा.’
Maharashtra Minister Jitendra Awhad on FIR against students protesting at Gateway of India against #JNUViolence: I am the representative of students in cabinet and I will ensure that there is no injustice done to them, I will talk to CM and find out a way to resolve the issue. pic.twitter.com/lCplEPUmZN
— ANI (@ANI) January 8, 2020
जेएनयू हिंसा के विरोध में मुंबई में प्रदर्शन करने वाले जेएनयू के पूर्व छात्र उमर खालिद सहित कई के खिलाफ केस दर्ज किया गया. मुंबई पुलिस ने कल मंगलवार को कुल 4 एफआईआर दर्ज किए. सोमवार को गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन के दौरान ‘फ्री कश्मीर’ पोस्टर रखने के कारण महक मिर्जा के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज कराया गया है.
कोलाबा पुलिस स्टेशन में मंगलवार को 2 एफआईआर दर्ज कराई गई. इसमें एक एफआईआर गेटवे ऑफ इंडिया पर विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘फ्री कश्मीर’ के पोस्टर को लेकर महक मिर्जा के खिलाफ है. जबकि दूसरी एफआईआर बिना अनुमति के गेटवे ऑफ इंडिया पर प्रदर्शन करने वाले प्रदर्शनकारियों के खिलाफ.
इसके अलावा हुतात्मा चौक पर विरोध प्रदर्शन करने के लिए एबीवीपी के छात्रों के खिलाफ MRA मार्ग पुलिस स्टेशन में दो एफआईआर दर्ज की गई.
मुंबई में प्रदर्शन करती युवती
मुंबई पुलिस ने बिना अनुमति के सभा और धरना प्रदर्शन करने के लिए 31 लोगों को नामजद भी किया है, जबकि हजार से अधिक अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है. इसके अलावा सैकड़ों लोगों को हिरासत में ले लिया गया.
हमलों की निंदा करने को हुए थे एकत्र
मुंबई पुलिस ने मंगलवार सुबह को हजारों प्रदर्शनकारियों को गेटवे ऑफ इंडिया से हटाकर आजाद मैदान जाने के लिए मजबूर किया, जो रविवार देर रात जेएनयू कैंपस में हुए हमलों की निंदा करने के लिए एकत्र हुए थे.
मुंबई पुलिस ने कथित तौर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ तीन एफआईआर दर्ज की है, जो नकाबपोश गुंडों की ओर से जेएनयू के हॉस्टल में घुसकर छात्रों पर किए गए क्रूर हमले के खिलाफ गेटवे ऑफ इंडिया पर एकत्र हुए थे. साथ ही इन प्रदर्शनकारियों ने हुतात्मा चौक से लेकर गेटवे ऑफ इंडिया तक मार्च भी निकाला.
जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई उसमें ज्वाइंट एक्शन कमिटी (JAC) से संबंधित सुवर्णा साल्वे, सामाजिक कार्यकर्ता फिरोज मीठीबोरेवाला और उमर खालिद शामिल हैं. इसके अलावा महक मिर्जा पर भी एफआईआर दर्ज कराई गई. इन प्रदर्शन में फिल्मी सितारों, राजनेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं सहित कई प्रतिष्ठित लोग शामिल हुए थे.