ललितपुर। राजनीति के मजे हुए खिलाड़ी भी शहर के वार्ड नंबर 14 रावतयाना द्वितीय को सड़क व नाली से लैस नहीं कर पाए हैं। इस कारण जगह-जगह सड़क, नाली व पेयजल की समस्या है। मुख्य सड़क के बगल से ही नाली का गंदा पानी बहता है। लेकिन, नाली पक्की नहीं कराई जा सकी है। इससे चंद कदम की दूरी पर भारतीय जनता पार्टी के दिग्गजों के मकान बने हैं।शहर में रावतयाना को वार्ड 14 व 23 में विभाजित किया गया है। वार्ड नंबर 14 भाजपा के दिग्गजों का गढ़ माना जाता है। यहां जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष अंजना पटेल, जितेंद्र सिंह जिलाध्यक्ष ग्राम प्रधान संगठन, नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुभाष जायसवाल, बहुजन समाज पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश नारायण कुशवाहा, भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) के प्रदेश मुख्य सचिव गजेंद्र सिंह और भाजपा पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष हरिओम निरंजन का आवास है।
इतना ही नहीं, आल्हा प्रसाद निरंजन का भी इसी वार्ड में आवास है, जो प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार के दौरान जिले के पार्टी के जिलाध्यक्ष रहे हैं। वर्तमान में भारतीय जनता पार्टी में हैं। तत्कालीन अखिलेश यादव की सरकार में आल्हा प्रसाद निरंजन का रुतबा रहा है। उन्होंने आवास के बगल की सड़क का निर्माण कराया था, लेकिन आवास से चंद कदम की दूरी पर नाले के बहते गंदे पानी की समस्या का निदान नहीं करा सके हैं।
वर्तमान में वह भाजपा के सदस्य हैं, उनकी ही पार्टी की अध्यक्ष नगर पालिका में पदासीन हैं। इसके बाद भी वार्ड में विकास तेज गति नहीं पकड़ पा रहा है। बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश नारायण कुशवाहा के आवास के बगल में सड़क की समस्या है तो सामने चंद कदम की दूरी पर सड़क पर गिट्टी बिखरी है।
वहीं, दूसरी ओर उस स्थान पर सीसी सड़क बना दी गई है, जहां आसपास एकाध मकान ही बने हुए हैं, जबकि जरूरत उस जगह थी जहां सड़क अधूरी रह गई है। चौकाबाग में भी क्षतिग्रस्त नालियों की समस्या है। सहरिया बस्ती में कुछ लोगों के ही आवास बन पाए हैं, बाकी कई लोगों को अब भी आवास बनने का इंतजार है। यहां की तंग गलियां लोगों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। कैलगुवां चौराहे पर महिला शौचालय का अभाव है। बीच बस्ती से निकले हाईटेंशन तार की समस्या सिर चढ़कर बोल रही है।