यूपी के मथुरा में आरएसएस के सर संघचालक मोहन भागवत ने बुधवार को एक स्कूल का उद्घाटन किया। उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान मोहन भागवत ने बच्चों को कई अहम बातें बताईं। उन्होंने कहा कि स्कूल की शिक्षा के बाद व्यक्ति के काम खत्म न हो जाते। इसके बाद भी व्यक्ति के जीवन में कई महत्वपूर्ण कार्य रह जाते हैं। मोहन भागवत ने कहा कि शिक्षा समाप्त होने के बाद व्यक्ति के अंदर इतना आत्मविश्वास होना चाहिए कि वे अपने बलबूते खुद को और अपने परिवार को चलाते हुए समाज के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा कर सकें। आपको बता दें कि आरएसएस द्वारा हर वर्ष अलग-अलग प्रांतों के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं की समीक्षा बैठक आयोजित की जाती हैं। इसी के चलते आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सोमवार की शाम तीन दिवसीय दौरे पर वृंदावन पहुंचे हैं।
सूत्रों के मुताबिक संघ प्रमुख स्वयं सेवकों में राम मंदिर निर्माण निधि समर्पण अभियान में सहभागिता निभाने के लिए जोश भरेंगे। यही नहीं विश्व व्यापी कोरोना महामारी के कारण समाज पर पड़ने वाले प्रभाव एवं समाधान पर मंथन करेंगे। साथ ही देश में चल रहे किसान आंदोलन, सरकार के आत्मनिर्भर भारत अभियान, स्वदेशी जागरण एवं अन्य मुद्दों पर भी मंथन करेंगे। संभावना जताई जा रही है कि प्रवास के दौरान वे कई केंद्रीय एवं प्रदेश सरकार के मंत्रियों, सांसद, विधायत समेत भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारियों से भी एकांत वार्ता कर देश में चल रही विभन्न गतिविधियों पर चर्चा कर सकते हैं।
ये रही संघ प्रमुख की दिनचर्या
वृंदावन। केशवधाम में तीन दिन के प्रवास पर आए संघ प्रमुख मोहनराव भागवत ने आगमन उपरांत रात्रि 8 बजे भोजन उपरांत 9 बजे से ब्रज प्रांत के पदाधिकारियों की बैठक ली और रात्रि 10 बजे शयन के लिए चले गए। संघ से जुड़े सूत्रों के मुताबिक मंगलवार सुबह 6 बजे संघ प्रमुख शाखा में शामिल होंगे। 8 बजे नाश्ता करने के बाद 10 बजे से 12 बजे तक प्रथम सत्र, दोपहर भोजन एवं 2 से 4 बजे तक द्वितीय सत्र में ब्रज प्रांत के कुल 44 पदाधिकारियों एवं स्वयं सेवकों के साथ बैठक करेंगे। 20 जनवरी को दोपहर 2 बजे से संघ प्रमुख केशव धाम परिसर स्थित रामकली देवी सरस्वती बालिका विद्या मंदिर के नवीन भवन का लोकार्पण करेंगे। यहां से वे शाम करीब 4 बजे सड़क मार्ग से दिल्ली के लिए रवाना होंगे।


