Thursday, April 18, 2024
HomestatesMadhya Pradeshसंस्कृति विभाग द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान-2020 के लिये अनुशंसाएँ आमंत्रित

संस्कृति विभाग द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान-2020 के लिये अनुशंसाएँ आमंत्रित


संस्कृति विभाग द्वारा राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान-2020 के लिये अनुशंसाएँ आमंत्रित


 


भोपाल : शनिवार, दिसम्बर 5, 2020, 17:23 IST

राज्य शासन ने साहित्य, कला, सिनेमा, संस्कृति, समाज-सेवा के क्षेत्र में दिये जाने वाले राष्ट्रीय एवं राज्य सम्मान वर्ष-2020 की अनुशंसाएँ आमंत्रित की हैं। निर्धारित प्रपत्र में प्रविष्टियाँ 14 दिसम्बर, 2020 तक संचालक संस्कृति संचालनालय, 1, शिवाजी नगर, भोपाल के पते पर स्वीकार की जायेंगी।

राष्ट्रीय सम्मान में संस्था को गाँधी विचार-दर्शन के लिये दिये जाने वाले महात्मा गाँधी सम्मान की पुरस्कार राशि 10 लाख रुपये और भारतीय भाषाओं की कविता के लिये स्थापित कबीर सम्मान की 3 लाख रुपये होगी। कालिदास सम्मान (शास्त्रीय संगीत, नृत्य, रंगकर्म, रूपांकर कलाएँ), मैथिलीशरण गुप्त सम्मान (हिन्दी साहित्य), किशोर कुमार सम्मान (फिल्म गीत-लेखन), तानसेन सम्मान (हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत), लता मंगेशकर सम्मान (फिल्म संगीत निर्देशन), इकबाल सम्मान (उर्दू साहित्य), देवी अहिल्या सम्मान (लोक एवं आदिवासी पारम्परिक कला-महिला), तुलसी सम्मान (लोक एवं आदिवासी पारम्परिक कला-पुरुष), शरद जोशी सम्मान (व्यंग्य, संस्मरण, पत्र-लेखन आदि), नानाजी देशमुख सम्मान (सामाजिक, सांस्कृतिक समरसता), कवि प्रदीप सम्मान (मंचीय कविता) की पुरस्कार राशि 2-2 लाख रुपये होगी।

कुमार गंधर्व सम्मान (वादन) में 24 से 45 वर्ष आयु-समूह के कलाकारों को 1.25 लाख का पुरस्कार दिया जायेगा। संगीत, संस्कृति, कला संरक्षण में संलग्न संस्था को राजा मानसिंह तोमर सम्मान, हिन्दी सॉफ्टवेयर में सूचना प्रौद्योगिकी सम्मान, विदेश में हिन्दी विकास में अमूल्य योगदान के लिये निर्मल वर्मा सम्मान, विदेशी मूल के हिन्दी भाषा और बोली में विकास के लिये फादर कामिल बुल्के सम्मान, हिन्दी में वैज्ञानिक एवं तकनीकी लेखन के लिये गुणाकर मुले सम्मान और अहिन्दी भाषी लेखकों को हिन्दी में उत्कृष्ट योगदान के लिये दिये जाने वाले हिन्दी सेवा सम्मान की राशि एक-एक लाख रुपये होगी।

राज्य सम्मान में हिन्दी, उर्दू, संस्कृत साहित्य, रूपांकर कलाएँ नृत्य, नाटक, संगीत, आदिवासी एवं लोक कलाएँ और दुर्लभ वाद्य-वादन के लिये दिये जाने वाले शिखर सम्मान की राशि एक-एक लाख रुपये होगी। प्रत्येक सम्मान के अंतर्गत आय-कर मुक्त सम्मान राशि एवं प्रशस्ति-पट्टिका दी जायेगी।


सुनीता दुबे


Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

RECENT COMMENTS