साल का आखिरी सूर्य ग्रहण शुरू हो गया है। भारतीय समय अनुसार सुबह 8:17 बजे से 10:57 बजे के बीच सूर्य ग्रहण रहेगा। इस दौरान अक्सर लोग सूर्य ग्रहण को देखने के लिए कई तरह के उपकरणों का उपयोग करते हैं। वहीं कुछ लोग तो बिना उपकरणों के ही खुली आंख से सूर्य ग्रहण को देखने की भूल करते हैं। ऐसे में आपको जानना जरूरी है कि आखिर क्यों खुली आंख से सूर्य ग्रहण को नहीं देख सकते है। सूर्य ग्रहण देखने वाले लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए और उन्हें सुरक्षित उपकरणों और उचित तकनीकों का उपयोग करना चाहिए, क्योंकि सूर्य की अवरक्त और पराबैंगनी किरणें आंखों को गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त कर सकती हैं।
इस दौरान सूर्य अग्नि की अंगूठी के समान दिखाई देता है। बता दें कि सूर्य ग्रहण पूरे उत्तर भारत में दिखाई दे रहा है। जानकारी के अनुसार किसी व्यक्ति को उचित सुरक्षा के बिना थोड़ी देर के लिए भी सीधे सूर्य की ओर नहीं देखना चाहिए। यहां तक कि जब सूर्य का 99 प्रतिशत हिस्सा आंशिक ग्रहण के दौरान चंद्रमा द्वारा ढक लिया जाता है, तब भी शेष प्रकाश आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। इस दौरान लोगों को विकिरण से बचाव में सक्षम ऑप्टिकल घनत्व वाले सौर फिल्टर आंखों के लिए सुरक्षित हैं और उनका उपयोग देखने के लिए करना चाहिए। नग्न आंखों से ग्रहण को नहीं देखना चाहिए। सूर्य ग्रहण देखने की सबसे अच्छी विधि उपयुक्त सतह पर दूरबीन या पिनहोल कैमरा का उपयोग है।