Tuesday, July 1, 2025
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कोरोना के खिलाफ चाइनीज ‘हथियारों’ का ‘क्वालिटी चेक’| Hindi News, देश

नई दिल्ली: कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन, दूसरे देशों को जिन जरूरी चीजों की सप्लाई कर रहा है. उन चीजों की गुणवत्ता पर भी अब सवाल उठने लगे हैं.

कोरोना वायरस से जंग के लिए नीदरलैंड सरकार ने चीन से 6 लाख मास्क मंगवाए थे लेकिन जांच में पता चला कि ये मास्क पूरी तरह से चेहरे को नहीं ढंकते और उसमें लगे फिल्टर भी सही ढंग से काम नहीं कर रहे थे..जिसके बाद नीदरलैंड सरकार ने चीन की कंपनी से मंगवाए मास्क लौटाने का फैसला किया.

चीन से मंगवाए गए मास्क लौटाने वाला नीदरलैंड इकलौता देश नहीं है. इससे पहले स्पेन, Turkey,यूक्रेन, और चेक रिपब्लिक भी चीन को मास्क लौटा चुके हैं.

स्पेन ने भी कोरोना वायरस की तेजी से जांच के लिए चीन से टेस्ट किट खरीदे थे लेकिन वो कोरोना पॉजिटिव मरीजों को Detect ही नहीं कर पा रहे थे, जिसके बाद स्पेन की सरकार ने चीन से मंगवाई गईं 50 हजार टेस्टिंग किट का Order रद्द कर दिया.

इसी तरह Turkey ने भी टेस्टिंग किट चीन से मंगवाई थीं लेकिन उनकी Quality ऐसी थी कि Turkey ने इन टेस्टिंग किट का इस्तेमाल किये बिना ही चीन को वापस लौटाने का फैसला कर लिया. 

चीन से सप्लाई हो रहे मेडिकल उपकरणों में खामियां सामने आने के बावजूद दुनिया के देश, चीन से अभी भी ये सामान खरीद रहे हैं. 

एक अनुमान के मुताबिक भारत में कोरोना संक्रमण के इस दौर में 3 करोड़ 80 लाख Masks की जरूरत है जिनकी कमी की वजह से भारत सरकार भी अब इस महामारी से लड़ने के लिए चीन से N-95 मास्क खरीदने पर विचार कर रही है. दुनिया के सबसे ताकतवर देश..अमेरिका में भी अब इन चीजों की इतनी कमी हो गई है कि उसे भी चीन से Masks और Gloves चीन से खरीदने पड़ रहे हैं. फ्रांस ने भी चीन से 100 करोड़ से ज्यादा मास्क मंगवाए हैं. स्पेन और Switzerland में भी चीन ही Masks की सप्लाई कर रहा है. 

तो ऐसे में सवाल ये है कि ऐसी कौन सी मजबूरी है कि दुनियाभर के देशो को कोरोना वायरस से लड़ने के लिए जरूरी उपकरण और मास्क चीन से ही खरीदने पड़ रहे हैं. दरअसल मिसाइलें बनाने की होड़ में दुनिया Ventilators..Testing Kits और Masks जैसी चीजें बनाना भूल ही गई..जो कोरोना वायरस के खिलाफ इस युद्ध में सबसे बड़े हथियार हैं.

कोरोना संक्रमण की वजह से दुनिया में इस वक्त जितने  Ventilators की मांग है..आपूर्ति उससे दस गुना कम है. दुनिया में इस वक्त जितने Masks की जरूरत है…आपूर्ति उससे 40 प्रतिशत कम है. 

ऐसे में दुनिया के पास चीन से Masks खरीदने के अलावा कोई विकल्प नहीं है…फिर चाहे उनकी गुणवत्ता खराब ही क्यों ना हो…और इसी बात का फायदा अब चीन उठा रहा है..क्योंकि जब कोरोना दुनिया में फैल रहा है. तब चीन, इससे उबरने वाली स्टेज में पहुंच चुका है. वहां Lockdown खत्म हो चुका है. फैक्ट्रियां खुल चुकी हैं…इसी बात का लाभ चीन को मिल रहा है.

कोरोना वायरस संक्रमण से पहले दुनिया में 50 प्रतिशत मास्क का उत्पादन चीन में होता था. कोरोना संक्रमण के बाद चीन ने इसे 450 प्रतिशत बढ़ा दिया.

Medical Gloves, Face Shield जैसे उपकरणों का 43 प्रतिशत उत्पादन अकेले चीन में होता है. जिसे भी उसने बढ़ा दिया है. यानी कोरोना वायरस से निपटने के बाद अब चीन ने इसे भी अपने फायदे का सौदा बना लिया है. 

कोरोना वायरस ने दुनिया के बड़े-बड़े हथियारों को एक झटके में बच्चों का खिलौना साबित कर दिया. क्योंकि इस वायरस को ना तो परमाणु बम से कोई खतरा है, ना आधुनिक मिसाइलों से, ना तोप से और ना ही किसी बंदूक से. 

यही वजह है कि हथियार बनाने वाली कंपनियों को भी अब नए काम में लगाया जा रहा है. इजराइल के TEL AVIV में मिसाइल बनाने वाली एक कंपनी आजकल Ventilator बना रही है. इजराइल में कोरोना वायरस से अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है. वहां करीब 5 हजार लोग इस महामारी के मरीज बन चुके हैं. और पूरे देश को इस समय 2 हजार ventilator की जरूरत है.

ऐसे में Israel Aerospace Industries और  मेडिकल device बनाने वाली कंपनी Inovytec (आइनो-वाइटेक) ने मिलकर एक नई शुरुआत की है. फिलहाल इस कंपनी ने 30 Ventilator तैयार करके वहां के स्वास्थ्य मंत्रालय को दे दिए हैं. 

कोरोना ने सिर्फ हथियारों को ही नहीं, फिलहाल कारों को भी बेकार कर दिया है. भारत समेत दुनिया के कई देशों में, सड़कों से गाड़ियां लगभग गायब हैं. यही वजह है कि कार बनाने वाली अमेरिकी कंपनी Ford ने एक कंपनी के साथ मिलकर अगले 100 दिनों में 50 हज़ार Ventilator बनाने का फैसला किया है. 

इसी तरह फ्रांस में Air Liquide(लिकिद) नाम की एक कंपनी ने कार और बिजली बनाने वाली दो कंपनियों के साथ मिलकर 10 हजार ventilator बनाने की योजना बनाई है. 

इंग्लैंड में भी, कुछ कंपनियां इसी हफ्ते 10 हजार ventilator बनाने का काम शुरू करेंगी जिनमें हवाई जहाज बनाने वाली कंपनी Airbus और कार बनाने वाली कंपनी Rolls Royce भी शामिल हैं. इसके अलावा Vacuum Cleaner बनाने वाली कंपनी Dyson को भी 10 हजार ventilator बनाने का ऑर्डर मिला है. 

यानी दुनिया भर की जो कंपनियां हथियार, हवाई जहाज़, कार और  Vacuum Cleaner बना रही थीं, उन्हें आज समझ में आ गया कि Ventilator ज्यादा जरूरी है. एक वायरस ने दुनिया को ये सबक सिखा दिया कि अगर आप स्वास्थ्य की अनदेखी करेंगे तो सारी ताकत और सारा ऐशो-आराम एक दिन धरा का धरा रह जाएगा. यानी आखिर में आपका स्वास्थ्य ही आपके काम आएगा. 

 




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