- तमिलनाडु के अस्पताल ने की एक बड़ी चूक
- गलती से डिस्चार्ज किए 4 कोविड-19 मरीज
तमिलनाडु में विल्लुपुरम जिले के एक अस्पताल से बड़ी चूक सामने आई है. यहां गलती से अस्पताल ने कोरोना वायरस के 4 मरीजों को छुट्टी दे दी थी. इस घटना से हड़कंप मच गया है, अस्पताल प्रशासन चार में से तीन मरीजों को वापस बुलाने में कामयाब रहा. लेकिन पुलिस उनमें से एक मरीज की तलाश में जुटी है. एक तरफ पूरा देश कोविड -19 के खिलाफ जंग लड़ रहा है, वहीं इस तरह की बड़ी लापरवाही ने कई जिंदगियों को खतरे में डाल दिया है. अब इस बड़ी चूक से वायरस के फैलने का खतरा कहीं ज्यादा बढ़ गया है.
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विल्लुपुरम के अस्पताल ने मंगलवार को एक बड़ी क्लेरिकल गलती की वजह से चार कोरोन वायरस पॉजिटिव मरीजों को छुट्टी दे दी थी. इस गलती का पता चलने पर अस्पताल के अधिकारी पुलिस के पास पहुंचे और फिर जिले में रहने वाले एक ही परिवार से जुड़े तीन लोगों को जल्दी से अस्पताल बुलाया. लेकिन अभी तक एक व्यक्ति का पता नहीं चल सका है.
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पुलिस ने उस व्यक्ति की तलाश में पूरी ताकत झोंक दी है. क्योंकि वह कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति एक बड़ी और गंभीर समस्या को जन्म दे सकता है. वह दिल्ली का एक प्रवासी मजदूर बताया जा रहा है. पुलिस के मुताबिक, लापता मरीज का पता लगाने के लिए विशेष टीमें बनाई गई हैं.
इस बड़ी चूक ने अस्पताल प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. तमिलनाडु में कुल 738 कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं, जिनमें चेन्नई में सबसे ज्यादा 81 मरीज हैं. देश की बात करें तो यहां कोरोना के 5,734 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 473 लोग ठीक हो चुके हैं और 166 लोगों की मौत हो चुकी है.