- कोरोना महामारी के बीच ऊंचे दाम में बेचे जा रहे N95 मास्क
- इंडिया टुडे की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम की जांच से हुआ खुलासा
कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए जैसे-जैसे मास्क की मांग बढ़ रही है वैसे-वैसे ही इसकी कालाबाजारी भी. इंडिया टुडे की स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम (SIT) की जांच से खुलासा हुआ है कि मेडिकल ग्रेड N95 मास्क दिल्ली और आसपास ऊंची कीमत पर बेचे जा रहे हैं.
दिल्ली के वजीरपुर इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित फ्लोरेंस इंडस्ट्रीज के अकुल मित्तल ने इंडिया टुडे के अंडरकवर रिपोर्टर को ऐसे मास्क की कीमत बढ़ाचढ़ा कर बताई. रिपोर्टर ने मित्तल के दफ्तर पहुंचने पर अपनी पहचान रिटेलर के तौर पर बताई.
350 फीसदी ऊंची कीमत
सप्लायर ने N95 मास्क को साधारण कीमत से 350 फीसदी अधिक कीमत पर देने की पेशकश की. मित्तल ने कहा, ‘पहले ये 40-50 रुपये पर मिलता था.’ मित्तल ने एक मास्क की कीमत नए ऑर्डर के लिए 140 रुपये बताई.
मित्तल ने कहा, “सब कुछ बाजार के हिसाब (भावनाओं) से चलता है. भारत में कोरोना बीमारी आने के बाद मांग बढ़ गई है. हर कोई N95 (मास्क) चाहता है. सारे बाजार ने कीमत बढ़ा दी है.”
मित्तल ने पांच हजार N95 मास्क के लिए सात लाख रुपये मांगे. साथ ही आधा भुगतान नकद में करने के लिए कहा, वो भी बिना बिल. मित्तल ने कहा, “बाकी (आधा भुगतान) नकद में होगा.’’
गाजियाबाद के एडविंड हेल्थकेयर से जुड़े विजेंद्र ने भी N95 मास्क ऊंचे दाम पर देने की पेशकश की. विजेंद्र ने कहा, “आज की तारीख में हर चीज की कीमत ज्यादा है. मैंने उन्हें (N95) पहले 15 रुपये प्रति पीस के हिसाब से लिया था. अब सोचिए आज क्या हालत है.” विजेंद्र ने 2,000 पीस के 2.40 लाख रुपये मांगे. यानी 15 रुपये की मूल कीमत से आठ गुणा ज्यादा दाम मांगे.
ओवर प्राइसिंग, अंडर बिलिंग
विजेंद्र ने भी पूरा बिल देने से इनकार किया. गाजियाबाद के ड्रिस्ट्रीब्यूटर ने कहा, “हम 40,000 रुपये तक का बिल दे सकते हैं, बाकी दो लाख रुपये कैश देने होंगे.”
दिल्ली के अजमेरी गेट के ओल्ड क्वार्टर्स में ए-स्क्वॉयर कैलिब्रेशंस एंड टेस्ट लैब की सुमन ने N95 मास्क 290 रुपये प्रति पीस के हिसाब से देने की पेशकश की.
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सुमन ने कहा, “ये सोने की तरह है. ये कीमत इसकी आज की है, कल क्या होगी, हम नहीं कह सकते. लोग समझते हैं कि 14 (अप्रैल) के बाद कीमतें कम होंगी. लेकिन ऐसा नहीं होगा.” सुमन ने कहा, “50 सप्लायर्स हैं, वो जानते हैं कि क्या हो रहा है. कौन उन्हें कम कीमत पर बेचेगा?”
स्वास्थ्य अधिकारी लोगों को घरों पर बने मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं जिससे कि हॉस्पिटल ग्रेड मास्क उनके लिए बचाए जा सकें जो कोरोना वायरस महामारी से फ्रंटलाइन पर लड़ रहे हैं जैसे कि डॉक्टर्स और इमरजेंसी वर्कर्स हेल्थवर्कर्स.
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