
सांकेतिक फोटो.
कोविड-19 (Covid-19) संक्रमण के रोक थाम के लिए तीन चरणों में लॉकडाउन (Lockdown) हुआ. इस बीच 20 अप्रैल से शर्तों के आधार पर राज्यों को रियायतें दी गईं.
लॉकडाउन में प्रदेश के सभी बड़े छोटे उद्योग बंद हो गए थेख् मगर अब राज्य धीरे धीरे पटरी पर आ रहा है. 20 अप्रैल के बाद 693 छोटे बड़े उद्योगों को प्रारंभ कर दिया गया है. इन उद्योगों में 67 हजार 157 मजदूरों रोजगार मिलने का दावा किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में वृहद व मध्यम उद्योग 408 हैं, जो लाल और नारंगी श्रेणी के है, जो अत्यधिक प्रदूषण फैला रहें हैं.
4700 उद्योगों में काम शुरू करने का दावा
छत्तीसगढ़ राज्य को धान के कटोरा के साथ साथ औद्योगिक राज्य के रूप में जाना जाता है. कोयला, बिजली, क्वार्टजाइट, आयरन सहित तमाम तरह के लघु एवं बड़े उद्योग संचालित होते हैं. 4565 उद्योग हैं, जो लघु उद्योग हैं. वहीं 135 बड़े उद्योग संचालित हो रहें हैं. इन उद्योगों में जब काम संचालित होगा तब कल-कारखानों में काम जब शुरू होगा तो इन उद्योगों में काम करनें वालों को काम मिलेगा.कामगारों की नहीं होगी कमी
उद्योगमंत्री कवासी लकमा का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्य के फंसे हुए मजदूर अपने राज्य जा रहें हैं. वहीं छत्सीसगढ़ के मजदूर भी अपने राज्य में वापस आ रहें हैं. इन परिस्थितियों में उद्योग में काम करनें वाले लोगों का काम की कमी नहीं होगी. उद्योग अच्छे से चलेगा. किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होगी. सचिव सह श्रम आयुक्त सोनमणी बोरा का कहना है कि राज्य सरकार संकट की इस घड़ी में एक मॉडल पेश किया है. कामगारों को सुविधा,काम देनें के साथ साथ देश का पहला राज्य है जहां मनरेगा के तहत् और छोटे उद्योग शर्तो के साथ प्रारंभ किया गया है.
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First published: May 4, 2020, 11:30 AM IST