ललितपुर। नगर पालिका परिषद द्वारा कराए जा रहे कार्यो को गति प्रदान करने के लिए एक और अवर अभियंता को संबद्घ किया गया है। इससे पहले पालिका के अधिकतर सभासद मौजूदा अवर अभियंता की कार्यप्रणाली से संतुष्ट नहीं थे।पिछले दिनों हुई बोर्ड बैठक में एक दर्जन से ज्यादा सभासदों ने जेई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद जिलाधिकारी ने लघु सिंचाई विभाग के जेई को पालिका में संबद्घ किया है। इससे सभासदों की कुछ हद तक नाराजगी दूर हो गई है। नगर पालिका परिषद ने शहर को 26 वार्डो में विभाजित कर उसके समग्र विकास की ठानी है। पिछले कई महीनों से तमाम सभासद वार्डो में विकास कार्य गति नहीं पकड़ने से नाराज थे। अधिकांश सभासदों का मानना है कि अवर अभियंता चंद्रशेखर अग्रवाल की मनमानी कार्यप्रणाली के चलते विकास कार्यो को गति नहीं मिल पा रही है। वह पालिकाध्यक्ष रजनी साहू से उन्हें कार्यमुक्त करने की मांग कर रहे थे। हालांकि, उनकी यह मांग पूरी नहीं हो सकी। जिलाधिकारी योगेश कुमार शुक्ल ने कार्य की अधिकता को देखते हुए लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता राजकुमार सिंह भदौरिया को नगर पालिका में संबद्घ कर दिया है। इससे सभासदों में चल रही नाराजगी कुछ हद तक दूर हुई है।
हाशिए पर लाने की रणनीति
पालिका के अधिकतर सभासद अवर अभियंता चंद्रशेखर अग्रवाल से काम लेने के पक्ष में नहीं हैं, वे उन्हें हाशिए पर लगाने की रणनीति को अंतिम रूप देने में लगे हैं। अगले सप्ताह बोर्ड बैठक होने वाली है। हालांकि, असंतुष्ट सभासदों को भी मना लिया गया है। इससे विरोध के स्वर थमने के आसार बन गए हैं। उधर, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यदि दोनों जेई में कार्य विभाजन हुआ तो भी सभासदों की मंशा पूरी होने वाली नहीं है। ऐसे में उनके लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।
लघु सिंचाई विभाग के अवर अभियंता को नगर पालिका में संबद्घ किया गया है। शीघ्र ही दोनों अवर अभियंता में कार्य का विभाजन कर दिया जाएगा।
– डा. संजय कुमार मिश्र, अधिशासी अधिकारी
नगर पालिका परिषद