- पप्पू यादव ने प्रशांत किशोर और कन्हैया कुमार को दिया नए गठबंधन का न्योता
- पप्पू यादव बोले- तेजस्वी ने संघर्ष नहीं किया, पिता के नाम पर राजनीति में आए
प्रशांत किशोर ने जैसे ही बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हर मोर्चे पर फेल करार दिया, चुनौती देने वालों की लाइन लग गई. जनाधिकार पार्टी के अध्यक्ष पप्पू यादव भी अपने तरीके से नई राजनीतिक राह देखने लगे हैं. बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान पप्पू यादव ने कहा कि बिहार की जनता अब एक नया गठबंधन चाहती है. जिसमें प्रशांत किशोर, कन्हैया कुमार जैसे तमाम नयी सोच के लोग शामिल हों. हालांकि इस गठबंधन में तेजस्वी यादव को भी जगह नहीं दी गई है.
पूर्व सांसद पप्पू यादव ने चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को बिहार के विकास के लिए साथ आने का निमंत्रण दिया है. उन्होंने कहा कि “हम एक मजबूत संकल्प लेकर प्रशांत किशोर, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, भाकपा नेता कन्हैया कुमार और वाम दलों के साथ एक नया मोर्चा बनाएंगे और राज्य को विकास के पथ पर ले जाएंगे.” पटना में एक संवाददाता सम्मेलन में पप्पू यादव ने कहा कि नीति आयोग के सतत विकास सूचकांक में बिहार नीचे से टॉप है.
नीतीश कुमार के पास विकास का कोई मॉडल नहीं
उन्होंने कहा, “मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास विकास के लिए कोई मॉडल नहीं है. मेरे पास बिहार के विकास के लिए अगले तीन साल का ब्लू प्रिंट तैयार है. अगर प्रशांत किशोर बिहार के विकास में सहयोग देना चाहते हैं तो उनका स्वागत है. हम सत्ता में आने के तीन साल के अन्दर राज्य के युवाओं को रोजगार देंगे और शिक्षा और स्वास्थ्य को दुरुस्त करेंगे. किसी बिहारी को बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी.”
राजद ने 15 सालों में बिहार को पीछे धकेला
पप्पू यादव ने राजद के 15 सालों के शासन पर सवाल उठाते हुए कहा कि 15 सालों में राजद ने राज्य को पिछड़ेपन के रास्ते पर धकेल दिया. वहीं तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि वे अपने पिता के नाम पर राजनीति में आए हैं, उन्होंने कोई संघर्ष नहीं किया है.
कन्हैया कुमार छोटा भाई
वहीं भाकपा नेता कन्हैया कुमार की तारीफ करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि कन्हैया छोटा भाई है और वो संघर्ष कर रहा है. अभी उन्हें जमीन देखना है बढ़ना है. वह जेएनयू से ही संघर्ष कर रहे हैं, वह धीरे-धीरे आगे बढ़ेंगे. बाकी जनता तय करेगी कि उसका संघर्ष उन्हें पसंद है कि नहीं.
23 फरवरी को भारत बंद
जाप अध्यक्ष ने केंद्र सरकार को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि “भाजपा सीएए, एनआरसी और एनपीआर के द्वारा देश को बांटने की कोशिश कर रही है. हमने इन सभी मुद्दों को लेकर 23 फरवरी को भारत बंद बुलाया है, जिसमें भीम आर्मी भी समर्थन करेगी.”
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इस संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के प्रधान महासचिव एजाज अहमद, महासचिव प्रेमचंद सिंह, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ अध्यक्ष अकबर अली, युवा परिषद के राजू दानवीर, पटना विश्वविद्यालय छात्रसंघ अध्यक्ष मनीष कुमार यादव सहित अन्य नेता उपस्थित थे.