मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में भाजपा के द्वारा पीएम मोदी की गारंटी यानी घोषणा पत्र में जो वादे किए गए थे उन्हें पूरे करने की मांग उठने लगी है। भारतीय किसान संघ ने प्रदेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि सरकार ने जो घोषणा पत्र में वादे किए थे उन्हें पूरा करें नहीं तो आने वाले दिनों में लोकसभा चुनाव होने हैं ऐसे में सरकार को इसका खामियाजा भुगतना भी पड़ सकता है। जबलपुर में बातचीत के दौरान किसानों का कहना था कि इस सीजन के लिए गेंहू का घोषित समर्थन मूल्य 2275 रूपये प्रति क्विंटल है। राज्य का बोनस मूल्य 425 रूपये है। जिसे मिलाकर मोदी की गारंटी के नाम पर विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 2700 रूपये प्रति क्विंटल गेंहू के दाम किसानों को देने की बात अपने घोषणा पत्र में कही थी। इसी प्रकार धान के समर्थन मूल्य 2100 रूपये पर 1000 बढ़ाकर 3100 रूपये प्रति क्विंटल देने को कहा था। जबकि कांग्रेस ने गेंहू का 2600 रूपये देने कहा था। मोदी की गारंटी के नाम पर किसानों ने भाजपा को वोट दिया और सरकार भी अब बन गई है। मोहन यादव मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। अब प्रदेश का अन्नदाता भारतीय किसान संघ के बैनर तले मोदी की गारंटी के नाम पर घोषित गेंहू का 2700 व धान का 3100 रूपये मूल्य लेने के लिए आंदोलन की राह पर चल पड़ा है। किसान संघ ने साफ कहा कि प्रदेश का किसान और इंतजार नहीं करेगा। भारतीय किसान संघ के द्वारा प्रदेश के तीनों प्रांतों के कार्यकर्ताओं व किसानों के नाम पर पत्र लिखा है। बकौल पत्र में उन्होंने किसानों और कार्यकर्ताओं से कहा है कि प्रदेश सरकार किसानों को धान का 3100 रूपये और गेंहू का 2700 रूपये मूल्य देने के मूड में नहीं है, इसलिए आंदोलन ही एक रास्ता है।