- देश में नहीं है खाद्यान्न संकट
- जरूरतमंदों को मिले राशन
- लॉकडाउन की वजह से सब्जियां महंगी
देश में कोरोना वायरस का संक्रमण जारी है. पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन लागू है. कई लोगों के सामने खाद्यान्न संकट की स्थिति आ गई है. केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री राम विलास पासवान ने राशन संकट पर आज तक से बातचीत की है.
रामविलास पासवान ने कहा है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में 39 लाख लाभार्थियों को राशन नहीं मिला है. इसके लिए हम आज ही राशन कार्ड बनाकर भेज सकते हैं लेकिन लॉकडाउन में ऐसा होना संभव नहीं है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिया है जरूरतमंदों को गेंहू उपलब्ध कराया जाए. केंद्र सरकार पेमेंट देने के लिए तैयार है. दाल के वितरण में कुछ समस्याएं लॉकडाउन की वजह से आ रही हैं, जिसकी ज़िम्मेदारी एनएएफडी की है. मैं और कैबिनेट इस पर नजर बनाए हुए हैं. इस प्रॉब्लम को जल्दी से जल्दी खत्म किया जाएगा.
रामविलास पासवान ने कहा, ‘देश में जो परिस्थिति है, उस परिस्थिति से निपटने के लिए हमारे पास पर्याप्त भंडारण है.
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ट्रांसपोर्ट की वजह से बढ़े सब्जियों के दाम
रामविलास पासवान ने कहा, ‘सब्ज़ियों की कीमत लॉकडाउन में कुछ ज़रूर बढ़ी हैं उसका कारण है कि लॉकडाउन में ट्रांसपोर्टेशन में दिक्कत आ रही है. ट्रांसपोर्टेशन महंगा हो गया है, जिस वजह से सब्जियां मंडी में आते-आते थोड़ी महंगी हों जाती हैं. लॉकडाउन के बाद सब कुछ सामान्य हो जाएगा.’
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तय कीमत से ज्यादा न वसूला जाए दाम
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सभी राज्य सरकारों को निर्देश दिया जा चुका है कि जो लोग भी आवश्यक वस्तुओं पर तय कीमत से ज्यादा पैसा ले रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें सजा दी जाए. सभी राज्यों से कहा गया है कि जितना अनाज चाहिए केंद्र सरकार उतना अनाज देगी.


