इंदौर के प्रगति नगर में मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने सावरकर प्रतिमा का अनावरण किया, यह प्रदेश की ऐसी प्रतिमा है, जिसको जनसहयोग के द्वारा तैयार किया गया है, इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री ने कहा की सावरकर जी को स्मरण करते ही रोम रोम में रोमांच और आनंद की अनुभूति होती है, सावरकर जी पर जितना बोला जाए उतना कम है, सीएम ने कहा की जिनके नाम से किसी चीज का नामकरण किया गया है तो बाकायदा उसके बोर्ड भी लगे तो उसे उस नाम से ही लेना चाहिए, और खास करके सरकारी पत्र में कोई गलती करे तो दंडित करना चाहिए।
इंदौर में सीएम ने कहा की कोई कल्पना कर सकता है वीर सावरकर जी के जीवन के कितने पक्ष किस-किस की बात करो कहां-कहां से याद करो देखने के लिए लेकिन आज हिमालय चट्टान से ऊपर उनका इतना ऊंचा सोच की देश की आजादी देश की सनातन संस्कृति, सीएम ने कहा की आज़ादी के पहले भी और बाद भी आइना दिखाने का काम किया है तो सावरकर ने किया है, सीएम ने कहा की मोदी जी के नेतृत्व में एक एक मन्त्र ऐसा लगता है की सावरकर की सोच से काम हो रहा है, सावरकर ऐसे क्रांतिकारी थे जिन्होंने कालापानी की सजा काटी, सावरकर ने 1857 की क्रांति का अलख जन जन तक पहुचाई, सीएम ने कहा की सावरकर जी ने कई यातनाये सही लेकिन कभी भारत माता की जय नही भूले, सीएम ने कहा की सावरकर के नाम पर जो कार्यक्रम आयेंगे वो सब किये जायेंगे, सीएम ने कहा की जो किसी कारण से अपना धर्म छोड़ गया उसके लिए भी सावरकर ने काम किया, सीएम ने कहा की सावरकर की पुण्यतिथि और जन्मदिवस दोनों पर प्रदेश में कार्यक्रम होगा।
एक्सटेंशन – डॉ मोहन यादव, मुख्यमंत्री