समर्थन मूल्य पर शासन ने धान खरीदी की तारीख समाप्त होने से पहले ही किसानों को धान बेचने के लिए टोकन जारी कर दिया गया था। इसके बाद भी सैकड़ों किसान धान बेचने सोसायटी तक नहीं पहुंच पाए हैं। उपरवाह सोसायटी में अब तक 1431 में से 1320 पंजीकृत किसानों ने धान बेचा।
उपरवाह सोसायटी के 111 किसान, बघेरा सोसायटी के 1072 पंजीकृत किसानों में 880 किसान और पदुमतरा सोसायटी के 2156 पंजीकृत किसानों में से 1740 किसान की उपज मंडी तक नहीं पहुंच पाई है। सोसायटी से जुड़े लोगों का कहना है कि जितने किसानों को टोकन वितरण किया गया है, उन्ही किसानों से धान खरीदा जाएगा। धान बेचने के लिए टोकन प्राप्त करने एसडीएम से स्वीकृति लेनी होगी। उपरवाह सोसायटी में सोमवार को दो किसान बरबसपुर के कन्हैया जंघेल एवं महरूम के टीकम लाल वर्मा चौथा टोकन कटवाने आए था लेकिन उसे धान बेचने टोकन नहीं मिला। समिति ने उन्हें बताया गया कि सिस्टम ऊपर से लॉक है और लॉक रायपुर से ही खुलेगा। इन दोनों किसान को लगभग 300-300 कट्टा धान बेचना बाकी है।
धान नहीं बेच पाना समझ से परे: उपरवाह सोसायटी में 1320 किसानों से 56827.60 क्विंटल धान खरीदा गया है, जो 10,33,40,086 रुपए का है। सोसायटी ने 3,25,25,257 रुपए लोन की वसूली की है। इस वर्ष परिवहन की गति धीमा रही। अभी भी यहां 19065.60 क्विंटल धान केंद्र में जाम है। बघेरा में 880 किसानों से 5,18,72,575 रुपए का 28,50,340 क्विंटल धान खरीदी की गई है। किसानों से 1,95,2,671 रुपए लोन की वसूली कर ली गई है। 2626.65 क्विंटल धान केंद्र में पड़ा है। पदुमतरा सोसायटी में 1740 किसानों से 10,55,29,722 रुपए की धान 57996.40 क्विंटल धान तौल गया है। यहां 4,33,85,737 रुपए लोन वसूली की है।