देवर देवरानी और ससुर ने मिल कर विधवा बहू की हत्या कर शव खेत मे गाड़ाजर, जोरू, जमीन के पीछे बड़ी – बड़ी घटना हो जाती है और ऐसा ही हुआ देवर, देवरानी और ससुर ने मिल कर हत्या कर शव को खेत मे गाड़ दिया।
उमरिया – जिले के नौरोजाबाद थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत सिंहपुर के ग्राम सेमरिहा में देवर, देवरानी और ससुर ने मिल कर विधवा बहू की हत्या कर शव को खेत मे गाड़ दिया। 22 अप्रैल की रात से मीना सिंह का मोबाईल बन्द होने पर उसके भाई को शक हुआ 23 अप्रैल को सुबह अपने घर ग्राम क़ुर्रिहा से बहन के यहां ग्राम सेमरिहा पहुंच गया लेकिन वहां बहन मीना सिंह नही मिली और कोई कुछ नही बताया तब गांव वालों से पता किया तो पड़ोसियों ने बताया कि रात में तुम्हारी बहन के चिल्लाने की आवाज आ रही थी। इस शक पर नौरोजाबाद थाने पहुंच कर सूचना दिया जिस पर 25 अप्रैल को नौरोजाबाद थाने में गुम इंसान दर्ज हुआ और पुलिस भी तलाश में जुट गई, 26 अप्रैल को बकरी चराने वालों ने देखा कि ग्राम अमरहा के पास खेत मे कुत्ते किसी इंसान की लाश को नोचने का प्रयास कर रहे हैं तो उन्होंने मीना सिंह के भाई पुरुषोत्तम को सूचना दिया जिस पर भाई ने पुलिस को सूचना दिया तब पुलिस मौके पर पहुंच कर देखी और एसडीएम से अनुमति लेकर तहसीलदार की मौजूदगी में शव निकलवाया गया तो उसकी शिनाख्त मीना सिंह के रूप में हुई। मृतिका के भाई पुरुषोत्तम सिंह निवासी ग्राम क़ुर्रिहा ने बताया कि मेरी बहन के ससुराल ग्राम सेमरिहा में रहने वाले पड़ोसियों ने 22 अप्रैल को रात 9 बजे मुझे फोन करके बताया की तुम्हारी बहन के घर से उसके चिल्लाने की आवाज आ रही है ज़ब मै बहन को देखने उसके ससुराल गया तो वहाँ मुझे मेरी बहन नहीं मिली तथा उसका मोबाइल भी बंद आ रहा था,
26 तारीख को उसका शव ग्राम पंचायत सिंहपुर के अमरहा हार के खेत में शव जमीन में गड़ा मिला है वहीं उसने आरोप लगाते हुए बताया कि मेरी बहन का देवर चिंतामणी सिंह गोड़, उसकी पत्नी मधु सिंह गोड़ एवं ससुर राम विशाल सिंह के द्वारा मेरी बहन की हत्या कर शव को जमीन मे गाड़ दिया गया है।प्राप्त जानकारी के अनुसार मृतक महिला मीना सिंह के पति नारायण सिंह का देहांत 8 वर्ष पूर्व हो गया था और मृतिका के कोई बच्चे नही थे, मृतिका का देवर चिंतामणी गोड़, देवरानी मधु सिंह एवं ससुर राम विशाल सिंह के द्वारा आए दिन जमीन को लेकर विवाद किया जाता था, घटना दिनांक के रात मे भी इन चारो के बीच फिर से विवाद होने लगा, जिसके चलते ससुर, देवर और देवरानी ने मिल कर मीना सिंह के ऊपर लाठी से हमला कर दिया गया, जिससे मीना सिंह की मौत हो गई और तीनो ने मिल कर साक्ष्य मिटाने के उदेश्य से घर से करीब 400 मीटर दूर स्थित खेत मे शव को गाड़ दिया। ग्रामीणों द्वारा मृतिका के भाई को सूचना देने का मुख्य कारण यह रहा कि लगभग 12 वर्ष पूर्व का आक्रोश अभी भी उनके मन मे भरा हुआ है, और आक्रोश का मुख्य कारण रहा कि जादू टोना के कारण एक बच्चे की मौत हो गई थी और ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से मिल कर राम विशाल सिंह के पत्नी को जादू टोना के अंदेशे में पीट – पीट कर मार दिया था और उसके शव को भी ग्राम अमरहा के पास बने स्टाप डैम के आगे झाड़ियों में गड्ढा खोद कर गाड़ दिया।
था, बाद में जिसकी सूचना पुलिस को मिली थी तब शव को निकलवा कर पोस्टमार्टम करवाया गया और प्रकरण दर्ज कर कार्रवाई की गई थी।नौरोजाबाद टी आई राजेश चंद्र मिश्रा ने बताया कि सेमरिहा गांव की महिला मीना सिंह है, इसके देवर चिंता मणि सिंह, ससुर राम विशाल, देवरानी मधु सिंह से घरेलू विवाद को लेकर इनका झगड़ा 22 तारीख की रात में हुआ था तो इनने उसको मार कर के लाश बाहर गड़ा दी है, जिस पर गुम इंसान कायम था, इसमें जब मौके पर जाकर तस्दीक की गई और कार्रवाई की गई तो वो लाश मिली और घर वालों ने उसकी पहचान मीना सिंह के रूप में की, कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के सामने उसको सील करवाया गया और इसमें पंचायतनामा और पोस्टमार्टम की कार्रवाई की गई है और जो धारा बी एन एस 103 निर्धारित है एवं साक्ष्य छिपाने की धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया तथा साक्ष्य एकत्रित करने की कार्रवाई की जा रही है। वहीं पुलिस ने तीनों आरोपियों को अपनी अभिरक्षा में ले लिया है। गौरतलब है कि अकेली विधवा महिला की जमीन हड़पने के चक्कर मे उस देवर ने अपनी पत्नी और पिता के साथ मिल कर हत्या कर दिया जिसको वह बच्चे की तरह पाली थी, इन क्रूर हत्यारों ने यह भी नही सोचा कि सगी भाभी और, सगी बहू जो उन्ही के आश्रित थी और उसके बाद उसकी सारी संपत्ति तो उन्ही की थी लेकिन जमीन, जायदाद के लालच ने हत्या के अपराध में सभी को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।