अहमदाबाद, [तारीख]: अहमदाबाद में आज एक भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया। एयर इंडिया का एक बोइंग 787 विमान सिविल अस्पताल के हॉस्टल से टकरा गया, जिसमें 265 से अधिक लोगों की दुखद मौत हो गई। मृतकों में विमान में सवार यात्री और हॉस्टल में मौजूद लोग शामिल हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन:
इस हृदय विदारक दुर्घटना में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी अपनी जान गंवा बैठे। वे एयर इंडिया की लंदन जा रही फ्लाइट AI-171 में सवार थे, जो दुर्घटनाग्रस्त हो गई। उनके निधन की पुष्टि ने पूरे राजनीतिक गलियारे में शोक की लहर दौड़ा दी है।ब्लैक बॉक्स और DVR बरामद, जांच जारी: हादसे की गंभीरता को देखते हुए राष्ट्रीय एजेंसियां, NIA और ATS, जांच में शामिल हो गई हैं। घटनास्थल से ब्लैक बॉक्स और DVR बरामद कर लिए गए हैं, जिनसे दुर्घटना के कारणों का पता चलने की उम्मीद है। ATS ने DVR को कब्जे में ले लिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने किया घटनास्थल का दौरा:
इस दुखद घटना के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्रैश साइट का जायजा लिया और घायलों से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना। उन्होंने इस मुश्किल घड़ी में पीड़ितों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की।एकमात्र जीवित बचे शख्स की आपबीती: हादसे में चमत्कारिक रूप से जीवित बचे एक यात्री, विश्वास ने दुर्घटना के दौरान की भयावह स्थिति का वर्णन किया है। उनकी आपबीती सुनकर हर कोई सहम गया है।
शवों की पहचान के लिए डीएनए टेस्ट:
मारे गए लोगों की पहचान के लिए डीएनए सैंपल लिए जा रहे हैं। कई शव इतनी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गए हैं कि उनकी पहचान डीएनए टेस्ट के जरिए ही संभव हो पा रही है।
इंजन फेल होने और बर्ड हिट की आशंका:
शुरुआती जांच में विमान के दोनों इंजनों के फेल होने का संदेह जताया जा रहा है। इसके साथ ही, एयरपोर्ट के पास बनी असारवा की फिश मार्केट पर सवाल उठ रहे हैं, जहां से पक्षियों के विमान से टकराने यानी ‘बर्ड हिट’ की भी आशंका जताई जा रही है, जो हादसे का एक कारण हो सकता है।
ट्रैफिक जाम ने महिला को दिया ‘जीवन दान’:
एक अविश्वसनीय घटना में, एक महिला यात्री को 10 मिनट के ट्रैफिक जाम के कारण अपनी फ्लाइट छूटने से ‘जीवन दान’ मिल गया। यदि वह समय पर पहुंच जाती, तो शायद वह भी इस हादसे का शिकार हो जाती।
रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा, अब जांच पर ध्यान:
बचाव अभियान अब पूरा कर लिया गया है, और सभी एजेंसियां अब दुर्घटना के कारणों की गहन जांच पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।