उमरिया, मध्य प्रदेश: उमरिया जिले में जंगली हाथियों का उत्पात एक बार फिर शुरू हो गया है। इस बार पाली सब डिवीज़न के अंतर्गत आने वाले घुनघुटी रेंज के ग्राम मालाचुआ और हथपुरा में हाथियों के झुंड ने 3 मकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया और घरों में रखा अनाज भी खा गए। इसके अलावा, उन्होंने खेतों में लगी सब्जियों और फसलों को रौंद डाला, जिससे ग्रामीण दहशत में हैं।
अब तक 7 मकान क्षतिग्रस्त, ग्रामीण रात भर जागने को मजबूर
पाली एस डी ओ वन दिगेन्द्र सिंह ने बताया कि अब तक कुल 7 मकानों को जंगली हाथियों ने क्षतिग्रस्त किया है। इनमें मालाचुआ के 2, हथपुरा के 2 और शाहपुर के 3 मकान शामिल हैं। मालाचुआ में भैया लाल और राम प्रसाद के मकान तोड़े गए हैं, जबकि हथपुरा में लक्ष्मण सिंह और कल्याण सिंह के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। शाहपुर में भूरा कोल, शंकर कोल और गोमती के मकानों को भी हाथियों ने तोड़ा है। गनीमत रही कि इन घटनाओं में कोई हताहत नहीं हुआ है।
वन विभाग के प्रयास जारी, पर हाथियों को रोकना मुश्किल
वन विभाग की टीम जंगली हाथियों को गांवों में घुसने से रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। एस डी ओ सिंह ने बताया कि 60 कर्मचारी और 5 गाड़ियां लगातार गश्त कर रही हैं, और ग्रामीणों का भी सहयोग लिया जा रहा है। अनुमान है कि इस दल में 4 बड़े नर व मादा हाथी शामिल हैं। वन विभाग के साथ पुलिस और राजस्व की टीम भी सहयोग कर रही है। राजस्व विभाग ने क्षति का आकलन कर लिया है, और जल्द ही पीड़ितों को क्षतिपूर्ति राशि मिल जाएगी।
अनूपपुर से आए हाथी, कई गांवों के जंगल में डेरा
बताया गया है कि ये जंगली हाथी अनूपपुर के रास्ते जिले में दाखिल हुए हैं और अभी ये हाथी शाहपुर, खोल खम्हरा, चाका, हथपुरा और मालाचुआ क्षेत्र के जंगलों में ही मौजूद हैं। वन विभाग की टीम भारी बारिश के बीच भी रैनकोट, छाता और टार्च के साथ रात में जंगल में गश्त कर रही है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से मदद की दरकार
गौरतलब है कि जंगली हाथियों का यह दल जहां भी जाता है, वहीं तबाही मचा रहा है, जिससे क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में जी रहे हैं। भीषण बारिश के कारण नदी-नाले भी उफान पर हैं, ऐसे में ग्रामीणों ने बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के हाथियों के दल और उनकी टीम से इन जंगली हाथियों को काबू में कर ग्रामीणों को भयमुक्त कराने की अपील की है।


