ग्वालियर, मध्य प्रदेश – केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ मिलकर ग्वालियर-चंबल अंचल के बाढ़ प्रभावित तीन जिलों का जायजा लिया। ग्वालियर पहुँचने पर मीडिया से बात करते हुए उन्होंने राहत और बचाव कार्यों पर जानकारी दी और प्रभावितों के प्रति संवेदना व्यक्त की।सिंधिया ने दावा किया कि भारतीय सेना के जवानों ने शिवपुरी में लगभग 400, गुना में 300 और अशोकनगर में 150 लोगों की जान बचाई है। उन्होंने बताया कि इस बाढ़ से जानमाल का काफी नुकसान हुआ है, जिसमें शिवपुरी में 22 और गुना में 7 लोगों की मौत हुई है। किसानों की फसलें, खासकर मूंगफली और मक्का, भी बुरी तरह प्रभावित हुई हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जिला प्रशासन को तत्काल नुकसान का सर्वे कराने के निर्देश दिए हैं। सिंधिया ने प्रशासन और भाजपा कार्यकर्ताओं की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने पूरी तन्मयता और सेवाभाव से प्रभावितों की मदद की है। उन्होंने कहा कि वे और मुख्यमंत्री हर घंटे फोन पर संपर्क में थे और सुबह 4 बजे तक भी स्थिति पर नजर बनाए हुए थे।सिंधिया ने बचाव कार्यों का एक उदाहरण देते हुए बताया कि कोलारस में सिंध नदी में आए उफान के कारण जब दो किलोमीटर का क्षेत्र डूब गया था, तब एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने नावों की मदद से लोगों को बचाया। उन्होंने भैयालाल नामक एक व्यक्ति की आपबीती भी सुनाई, जिसने बताया कि कैसे जवानों ने छत्तीसगढ़ और उनके नौजवान बेटे की जान छत पर अटके होने के दौरान बचाई।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यही दायित्व है कि संकट के समय लोगों के साथ खड़े होकर उनका ढांढस बढ़ाया जाए और उनकी जान बचाई जाए।सिंधिया ने बताया कि इस साल जुलाई में ही औसत से 20 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है और अभी दो महीने बाकी हैं। इसलिए सभी को सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने विश्वास दिलाया कि सरकार हर व्यक्ति की रक्षा के लिए पूरी तरह से तत्पर है।