सीधी: मध्य प्रदेश के संजय टाइगर रिजर्व में एक बाघ की बिजली के करंट से मौत हो गई है, जिससे वन विभाग में हड़कंप मच गया है। माना जा रहा है कि शिकारियों ने जंगल में बिजली का जाल बिछाया था, जिसकी चपेट में आकर बाघ टी-43 की दर्दनाक मौत हो गई।घटना दुबरी रेंज के खर्बर जंगल की है। विभाग ने इस मामले में वन अपराध का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। तीन डॉक्टरों की टीम ने मृत बाघ का पोस्टमार्टम किया और विसरा को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। अधिकारियों का कहना है कि बाघ के सभी अंग सुरक्षित थे। पोस्टमार्टम के बाद बाघ के शव को एनटीसीए (राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण) के प्रतिनिधि और अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में जला दिया गया।
एसडीओ सुधीर मिश्रा ने बताया कि किसानों द्वारा अपनी फसलों को बचाने के लिए लगाए गए बिजली के तार की चपेट में आने से बाघ की मौत हुई है। हालांकि, इस घटना ने वन विभाग की मानसून गश्त पर सवाल खड़े कर दिए हैं। संजय टाइगर रिजर्व में लगातार बिजली के करंट से वन्यजीवों की मौत हो रही है, जिससे उनके संरक्षण को लेकर चिंता बढ़ गई है। विभाग का कहना है कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।