Nigeria School Abduction by Gunmen: नाइजीरिया के नाइजर राज्य (Niger state) के पापिरी (Papiri) में सेंट मैरी कैथोलिक बोर्डिंग स्कूल (St. Mary’s Catholic boarding school) पर बंदूकधारियों ने हमला किया, जिसमें 215 स्टूडेंट्स और स्टूडेंट्स के साथ 12 टीचरों को किडनैप कर लिया गया, जो देश में चल रहे किडनैपिंग संकट का एक बड़ा कारण है.
कुछ बच्चे भागने में कामयाब
सुबह-सुबह हुए इस हमले में सेकेंडरी और पास के प्राइमरी स्कूल, दोनों को निशाना बनाया गया, जिनमें कुल मिलाकर 50 से ज्यादा बिल्डिंग हैं. गवाहों ने कहा कि कुछ बच्चे भाग गए, लेकिन कई बच्चे, जिनकी उम्र 7 साल तक थी, उनको आस-पास की झाड़ियों में ले जाया गया. परिवारों का कहना है कि उनकी किडनैपर्स से कोई बातचीत नहीं हुई है.
पुलिस की लापरवाही
हमले के बाद लोकल सिक्योरिटी फोर्स ने जवाब दिया, लेकिन लोगों ने कंफर्म किया कि पहले से मिली इंटेलिजेंस वॉर्निंग के बावजूद मौके पर कोई ऑफिशियल पुलिस मौजूद नहीं थी. नाइजर राज्य सरकार ने बिना सिक्योरिटी क्लीयरेंस के स्कूल को फिर से खोलने के लिए आलोचना की, जबकि कैथोलिक डायोसीज (Catholic Diocese) ने बताया कि एक सिक्योरिटी गार्ड गंभीर रूप से घायल हो गया.
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना
ये घटना उत्तरी नाइजीरिया में बढ़ते किडनैपिंग के पैटर्न को दिखाती है. इस हफ्ते की शुरुआत में, बंदूकधारियों ने पड़ोसी केब्बी राज्य (Kebbi state) में 25 स्कूली लड़कियों को अगवा कर लिया, जबकि क्वारा राज्य (Kwara state) में एक चर्च पर हमले में 2 लोगों की मौत हो गई और 38 श्रद्धालुओं को किडनैप कर लिया गया, और हर पीड़ित से 100 मिलियन नाइरा की फिरौती मांगी गई. अधिकारियों का कहना है कि ढीले-ढाले हथियारबंद गैंग, जो अक्सर किसानों के साथ लंबे समय से चल रहे झगड़ों में शामिल रहे पुराने चरवाहे होते हैं, ये फिरौती के लिए किडनैपिंग करते हैं.
राष्ट्रपति ने कैंसिल की G20 यात्रा
नाइजीरिया के प्रेसिडेंट बोला टीनुबू (Bola Tinubu) ने हिंसा बढ़ने के जवाब में अपनी G20 समिट की यात्रा रद्द कर दी, जबकि वाइस प्रेसिडेंट काशिम शेट्टिमा (Kashim Shettima) ने पीड़ितों को बचाने के लिए सभी सरकारी रिसोर्स लगाने का वादा किया. किसी भी ग्रुप ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है.
2014 में चिबोक (Chibok) में स्कूली छात्रा के किडनैप होने के बाद से नाइजीरिया में 1,500 से ज़्यादा स्टूडेंट्स को किडनैप किया गया है. आलोचक इस लगातार संकट के लिए भ्रष्टाचार, कमजोर कानून लागू करने और केस न चलने को जिम्मेदार ठहराते हैं, और स्कूलों और समुदायों के लिए ज्यादा मजबूत सुरक्षा की मांग करते हैं.
(इनपुट-एपी)
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