
डुंगरिया में गौवंश स्थल का निरीक्षण करते कमिश्नर व डीएम एसपी व अन्य
– फोटो : LALITPUR
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ललितपुर। मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने गोवंश आश्रय स्थल दूधई- डुंगरिया का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिए कि भूसे एवं पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। गोवंश के गोबर को गड्ढा में एकत्र किया जाए।
गोवंश आश्रय स्थल में कुल 1195 गोवंश संरक्षित हैं, जिनमें से 99 प्रतिशत गोवंश की इयर टैंगिंग का कार्य तथा 430 बछड़ों का बधियाकरण अब तक किया जा चुका है। गोवंश आश्रय स्थल में गोवंश की देखरेख हेतु 18 मजदूर एवं 02 चौकीदार कार्यरत हैं। परियोजना निदेशक डीआरडीए इस गौवंश आश्रय स्थल के प्रभारी अधिकारी हैं। यहां पर 06 टीन शैड बने हुये हैं जिनमें से 03 टीन शैड 2017-18 की सरकारी धनराशि से कार्यदायी संस्था सी0एल0डी0एफ0 द्वारा बनाये गए हैं, तथा 03 टीन शैड मनरेगा की धनराशि से बनाये गए हैं। इस गौवंश आश्रय स्थल पर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय सिंह कार्यरत हैं। गौवंश को भोजन में चोकर एवं भूसा मिलाकर दिया जाता है। मौके पर उन्होेंने भूसा गोदाम, शेड, गौवंश के लिए भोजन की उपलब्धता, चरही एवं अन्य संसाधनों का जायजा लिया।
आयुक्त महोदय द्वारा यहां पर गौवंश के गोबर के निस्तारण के बारे में तथा गौवंश के लिए दवाओं की उपलब्धता के बारे में पूछा गया तथा उन्होंने निर्देश दिये कि गौवंश के लिए भूसे एवं पानी की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की जाये, साथ ही गौवंश के गोबर को पिट में एकत्र किया जाये। उन्होंने कहा कि सरकार गौवंश के कल्याण के लिए पूर्ण रुप से प्रतिबद्ध है, गाय को हमारे देश में माता कहा जाता है, इसलिए गौवंश के रखरखाव में हमारे द्वारा कोई भी कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। यह एक पुण्यकार्य है, जिसमें हम सभी को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।
इस अवसर संयुक्त विकास आयुक्त श्री चन्द्रशेखर शुक्ला, जिलाधिकारी, ललितपुर श्री योगेश कुमार शुक्ल, पुलिस अधीक्षक कैप्टन एम0एम0 बेग, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 बलिराम वर्मा, उप जिलाधिकारी पाली अनिल कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 एस0 के0 शाक्य, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय सिंह, तहसीलदार पाली अभिषेक, सूचना अधिकारी पीयूष चन्द्र राय सहित जनपद/तहसील स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
जिला सूचना अधिकारी,
ललितपुर
गोवंश आश्रय स्थल में कुल 1195 गोवंश संरक्षित हैं, जिनमें से 99 प्रतिशत गोवंश की इयर टैंगिंग का कार्य तथा 430 बछड़ों का बधियाकरण अब तक किया जा चुका है। गोवंश आश्रय स्थल में गोवंश की देखरेख हेतु 18 मजदूर एवं 02 चौकीदार कार्यरत हैं। परियोजना निदेशक डीआरडीए इस गौवंश आश्रय स्थल के प्रभारी अधिकारी हैं। यहां पर 06 टीन शैड बने हुये हैं जिनमें से 03 टीन शैड 2017-18 की सरकारी धनराशि से कार्यदायी संस्था सी0एल0डी0एफ0 द्वारा बनाये गए हैं, तथा 03 टीन शैड मनरेगा की धनराशि से बनाये गए हैं। इस गौवंश आश्रय स्थल पर पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय सिंह कार्यरत हैं। गौवंश को भोजन में चोकर एवं भूसा मिलाकर दिया जाता है। मौके पर उन्होेंने भूसा गोदाम, शेड, गौवंश के लिए भोजन की उपलब्धता, चरही एवं अन्य संसाधनों का जायजा लिया।
आयुक्त महोदय द्वारा यहां पर गौवंश के गोबर के निस्तारण के बारे में तथा गौवंश के लिए दवाओं की उपलब्धता के बारे में पूछा गया तथा उन्होंने निर्देश दिये कि गौवंश के लिए भूसे एवं पानी की पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था की जाये, साथ ही गौवंश के गोबर को पिट में एकत्र किया जाये। उन्होंने कहा कि सरकार गौवंश के कल्याण के लिए पूर्ण रुप से प्रतिबद्ध है, गाय को हमारे देश में माता कहा जाता है, इसलिए गौवंश के रखरखाव में हमारे द्वारा कोई भी कोताही नहीं बरती जानी चाहिए। यह एक पुण्यकार्य है, जिसमें हम सभी को बढ़चढ़ कर हिस्सा लेना चाहिए।
इस अवसर संयुक्त विकास आयुक्त श्री चन्द्रशेखर शुक्ला, जिलाधिकारी, ललितपुर श्री योगेश कुमार शुक्ल, पुलिस अधीक्षक कैप्टन एम0एम0 बेग, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार मिश्र, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, परियोजना निदेशक डी0आर0डी0ए0 बलिराम वर्मा, उप जिलाधिकारी पाली अनिल कुमार, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 एस0 के0 शाक्य, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ0 संजय सिंह, तहसीलदार पाली अभिषेक, सूचना अधिकारी पीयूष चन्द्र राय सहित जनपद/तहसील स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
जिला सूचना अधिकारी,
ललितपुर