झाँसी-मऊरानीपुर नगर के बीचो बीच बना पोस्टमार्टम हाउस को हटवाए जाने की मांग अब जोर पकड़ने लगी है। जानकारी के अनुसार नगर के पार्षदों ने एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन जिलाधिकारी को भेजकर बताया कि नगर के मध्य बना हुआ पोस्टमार्टम हाउस अब नगर वासियों के लिए मुसीबत बन गया है। यहां पर होटल, विवाह घर, बच्चों के पढ़ने के लिए स्कूल भी खुल गए हैं। साथ ही इसके आसपास घनी आबादी भी है। मऊरानीपुर में बना पोस्टमार्टम हाउस मऊरानीपुर सहित 10 से 15 थानों को कवर करता है। और यहां पर प्रतिदिन एक पोस्टमार्टम का औसत आता है। पोस्टमार्टम के लिए सड़ी गली लाश लाई जाती हैं। जिससे उठने वाली दुर्गंध पूरे क्षेत्र में वातावरण को खराब कर देती है। 50 वर्ष पहले पोस्टमार्टम हाउस एकांत स्थान पर तथा आबादी से काफी दूर था। पर इन 50 वर्षों में यहां पर अच्छी खासी आबादी विकसित हो गई है। और अब यह नगर के मध्य दिखलाई पड़ने लगा है। नगर वासियों ने इसे यहां से शीघ्र हटाए जाने की मांग पर कुछ वर्ष पहले स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी हरकत में आ गए थे। और आबादी से दूर पोस्टमार्टम हाउस के लिए स्थान का भी चयन किया गया था। पर यह कार्य आगे नहीं बढ़ सका और पोस्टमार्टम हाउस जहां का तहां रह गया। फिलहाल लोगों को इसकी वजह से अच्छी खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जनहित की समस्या को देखते हुए पार्षद दीपक कुशवाहा,लखनलाल साहू, सतीश श्रीवास,मनोज कुशवाहा,कैलाश श्रीवास,बृजेंद्र यादव,मयंक शर्मा,रहमान खान,फिरोज खाँ, राजू राय,आयुष श्रीवास,सोहनलाल श्रीवास,हितेश गुदरया,रविंद्र यादव,ने एक हस्ताक्षर युक्त ज्ञापन जिलाधिकारी को भेजकर पोस्टमार्टम हाउस को यहां से शीघ्र हटवाए जाने की मांग की है।