तमिलनाडु में सरकार चला रही अन्नाद्रमुक और बीजेपी के बीच अगले लोकसभा चुनावों के लिए मंगलवार को गठबंधन हो गया. गठबंधन के तहत बीजेपी राज्य की पांच सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी.
AIADMK के संयोजक और उपमुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेल्वम और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने महागठबंधन की घोषणा की. गोयल तमिलनाडु के लिए बीजेपी के प्रभारी हैं.
दोनों दलों के बीच दूसरे और अंतिम दौर की चर्चा के बाद यह घोषणा की गई. चर्चा में मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी भी शामिल थे.
इससे पहले AIADMK ने PMK के साथ समझौता किया, जिसके तहत वेन्नियार की पार्टी को 40 में से सात सीटें दी गईं. केंद्र शासित क्षेत्र पुडुचेरी की सीट भी पीएमके के हिस्से में गई है.
इस मौके पर पीयूष गोयल ने विश्वास व्यक्त किया कि यह गठबंधन पुडुचेरी समेत सभी 40 सीटों पर जीत दर्ज करेगा, जो आदरणीय दिवंगत जयललिता जी को श्रद्धांजलि होगी.
गोयल ने संवाददाताओं से कहा, ‘ मैं इस बात से काफी खुश हूं कि अन्नाद्रमुक और बीजेपी के बीच चर्चा काफी सार्थक रही और हमने तमिलनाडु और पुडुचेरी में संसदीय चुनाव साथ लड़ने पर सहमति व्यक्त की है. इसके साथ ही हम विधानसभा की 21 सीटों पर उपचुनाव भी साथ लड़ेंगे.’
इस अवसर पर पनीरसेल्वम ने कहा,‘ यह निर्णय किया गया कि तमिलनाडु और पुडुचेरी में लोकसभा चुनाव गठबंधन के तहत लड़ा जायेगा और गठबंधन विजयी होगा. मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि बीजेपी को चुनावी समझौते के तहत पांच सीटें दी गई हैं.’ उन्होंने कहा कि बीजेपी विधानसभा की 21 सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अन्नाद्रमुक को पूर्ण समर्थन देगी.
इस बीच AIADMK ने अगले संसदीय चुनावों के लिए व्यापक आधार वाले मोर्चे को पेश करने की दिशा में पहला कदम उठाते हुए पट्टाली मक्कल कत्ची (पीएमके) के साथ राजनीतिक गठबंधन की घोषणा की.
मुख्यमंत्री के पलानीसामी की मौजूदगी में गठबंधन की घोषणा करते हुए अन्नाद्रमुक के संयोजक और डिप्टी सीएम ओ पनीरसेल्वम ने कहा कि पीएमके लोकसभा की सात सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
पीएमके को राज्यसभा की भी एक सीट दिए जाने का निर्णय किया गया है.
पनीरसेल्वम ने बताया कि समझौते के तहत पीएमके तमिलनाडु में 21 विधानसभा क्षेत्रों में संभावित उपचुनाव में अन्नाद्रमुक का समर्थन करेगी.
पीएमके, बीजेपी और अन्नाद्रमुक के बीच समझौता राज्य में सरकार चला रही पार्टी के लिए बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा जा रहा है. पीएमके के तमिलनाडु के कई उत्तरी एवं पश्चिमी क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण गुट हैं.
2014 के लोकसभा चुनावों में पीएमके बीजेपी के गठबंधन का हिस्सा थी और उसने आठ सीटों पर चुनाव लड़ा था और धर्मपुरी सीट पर जीत हासिल की थी.
विपक्षी मोर्चे में कांग्रेस मुख्य साझीदार है, उसमें सीटों के बंटवारे के संबंध में बातचीत अब भी जारी है.
पीएमके को गठबंधन में लाने का द्रमुक का प्रयास सफल नहीं हो पाया. पीएमके के संस्थापक नेता एस रामदास ने गठबंधन को लोगों के कल्याण का गठबंधन, एक महागठबंधन और एक विजयी गठबंधन बताया.
उन्होंने कहा,‘तमिलनाडु के लोगों के अधिकारों को फिर हासिल करने के लिए, हमने मांगों का 10-सूत्रीय चार्टर बनाया है.’
इन मांगों में कावेरी डेल्टा जिलों को संरक्षित कृषि क्षेत्र घोषित करना, तमिलनाडु में जातीय आधार पर जनगणना और राजीव गांधी हत्याकांड के सात आरोपियों की रिहाई शामिल है.
उन्होंने कहा,‘ यह गठबंधन तमिलनाडु और पुडुचेरी के सभी 40 निर्वाचन क्षेत्रों में जीत हासिल करेगा.’