- सावरकर साहित्य सम्मेलन में नहीं जाएंगे अमित शाह
- दिल्ली की स्थिति पर बैठक में व्यस्तता का दिया हवाला
- दिल्ली हिंसा में अबतक हो चुकी हैं 35 मौतें
राजधानी दिल्ली में भले ही हिंसा के बाद अब शांति का माहौल हो, लेकिन अभी भी एक अजीब से डर का माहौल है. उत्तर पूर्व दिल्ली की गलियों में अभी भी भारी सुरक्षाबल तैनात है. इस बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सावरकर साहित्य सम्मेलन में जाने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है. अमित शाह का कहना है कि वह दिल्ली की वर्तमान स्थिति को देखते हुए बैठक में व्यस्त हैं.
कार्यक्रम में ना जा पाने के कारण अमित शाह ने अपना एक संदेश भेजा. उन्होंने कहा, ‘दिल्ली की वर्तमान स्थिति को देखते हुए मैं एक बैठक में व्यस्त हूं, जिसकी वजह से कार्यक्रम में नहीं आ पा रहा हूं. मुझे उम्मीद है कि आप मेरी व्यस्तता को समझ सकते हैं.’
गौरतलब है कि विनायक सावरकर की पुण्यतिथि के अवसर पर दिल्ली में दो दिवसीय साहित्य सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. गुरुवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था.
वीर सावरकर जी के क्रांतिकारी विचारों से घबरा कर अंग्रेजों ने न सिर्फ उन्हें कालापानी की सजा दी बल्कि दो आजीवन कारावास की सजा पाने वाले वो एकमात्र स्वतंत्रता सेनानी बने।
अस्पृश्यता के विरुद्ध और दलित समाज के हितों की वो एक प्रखर आवाज बने। ऐसे उत्कृष्ट राष्ट्रभक्त को कोटि-कोटि नमन।
— Amit Shah (@AmitShah) February 26, 2020
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अमित शाह पर जारी है विपक्ष का हमला
दिल्ली में पिछले तीन दिनों में हुई हिंसा के लिए विपक्ष की ओर से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की भूमिका पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की ओर से अमित शाह पर निशाना साधा गया और दिल्ली हिंसा के लिए उन्हें जिम्मेदार बताया गया. सोनिया गांधी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की भी मांग की थी.
दिल्ली में जारी है बैठकों का दौर
हिंसा के तीन दिन बाद केंद्र सरकार एक्टिव हुई और लगातार बैठकों का सिलसिला जारी है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक की थी. बुधवार को जब NSA अजित डोभाल दिल्ली की सड़कों पर उतरे तो उन्होंने कहा कि वो प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के निर्देश पर ही यहां पर पहुंचे हैं.
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आपको बता दें कि दिल्ली में रविवार के बाद उत्तर पूर्व इलाके में हिंसा हुई थी. अस्पताल के द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, अभी तक दिल्ली हिंसा में 35 लोगों की मौत हो गई है. पुलिस की ओर से अभी तक दिल्ली हिंसा के मामले में 18 FIR दर्ज की गई हैं, जबकि 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.