- कुमारस्वामी ने कहा- मास्क लगाने की कोई जरूरत नहीं थी
- जेडीएस नेता ने बताया- शादी कार्यक्रम के लिए ली थी इजाजत
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के दौरान अपने बेटे की शादी कराने के मामले में चुप्पी तोड़ी है. इंडिया टुडे से फोन पर बातचीत में उन्होंने कहा, ‘हमने शादी से पहले सभी सावधानियां बरती थीं. इसमें कुछ भी गलत नहीं था. हालांकि मैं नहीं जानता कि आखिर कुछ मीडिया के साथी इस मामले को उछालकर देश को गुमराह क्यों कर रहे हैं?’
शादी के दौरान किसी के भी मास्क न लगाए जाने पर जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने तर्क दिया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की गाइडलाइन में मास्क लगाना जरूरी नहीं है. जब उनसे सवाल किया गया कि भारत में तो मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है, इस पर कुमारस्वामी ने कहा कि वहां मास्क लगाने की कोई जरूरत नहीं थी.
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इस दौरान कुमारस्वामी ने बांद्रा के रेलवे स्टेशन में भारी संख्या में मजदूरों की भीड़ जमा होने को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाया और लापरवाही का आरोप लगाया. उन्होंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा पर पिछले हफ्ते सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने का भी आरोप लगाया.
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जब कर्नाटक के पूर्व सीएम कुमारस्वामी से पूछा गया कि क्या आपने शादी के लिए प्रशासन से इजाजत ली थी, तो उन्होंने कहा कि हां शादी के कार्यक्रम के लिए जिलाधिकारी से अनुमति ली थी. उन्होंने यह भी बताया कि इस शादी समारोह में सिर्फ परिवार के लोग (ब्लड रिलेटिव) ही शामिल रहे. इसमें किसी भी बाहरी को आमंत्रित नहीं किया गया था.
कुमारस्वामी ने कहा, ‘मैं कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं कि अगर हमने कुछ गलत किया है, तो वो कार्रवाई करें.’ दरअसल, शुक्रवार को कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के बेटे निखिल गौड़ा की शादी थी. इस समारोह में लॉकडाउन की भी धज्जी उड़ाई गई और सोशल डिस्टेंसिंग की भी ख्याल नहीं रखा गया था.
इसके बाद कुमारस्वामी ने दावा किया था कि हमने शादी के लिए राज्य सरकार से इजाजत ली है और परिवार के कुछ सदस्यों की मौजूदगी में ही शादी को संपन्न कराया जाएगा. लेकिन तस्वीरों में दिख रहा है कि लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया गया था. शादी स्थल में मीडिया के भी जाने पर पाबंदी थी.