इस्लामाबाद: पड़ोसी देश और आतंक के गढ़ पाकिस्तान (Pakistan) से कोरोना (coronavirus) को लेकर आई इस टिप्पणी को सही मान लें तो दुनिया भर के वैज्ञानिकों, डॉक्टरों समेत सभी को अपना बोरिया-बिस्तर समेट कर घर चले जाना चाहिए.
मौलाना ने कहा कि न तो इस बीमारी से बचाव के लिए टीके की खोज करनी चाहिए न ही रोकथाम के उपाय क्योंकि, बकौल पाकिस्तान के प्रमुख मौलवी, बढ़ती अश्लीलता और नग्नता के कारण अल्लाह का क्रोध कोरोना वायरस महामारी के रूप में सामने आया है.
मौलाना की इस टिप्पणी को लेकर जमकर विवाद हुआ है. राइट्स एक्टिविट्स और सिविल सोसायटी के सदस्यों ने राष्ट्रीय टेलीविजन पर की गई इस टिप्पणी की निंदा की है. मौलाना ने ये टिप्पणी COVID-19 से प्रभावित लोगों के लिए धन जुटाने के लिए 23 अप्रैल को प्रधानमंत्री इमरान खान के टेलीथॉन के दौरान की थी.
मौलाना जमील के पाकिस्तान में बहुत बड़ी संख्या में अनुयायी हैं. मौलाना ने कहा, “अश्लीलता और नग्नता के कारण अल्लाह को क्रोध आया और उसने कोरोना वायरस के रूप में इसे भेजा. “
मौलाना ने कहा, मेरा देश की बेटियों को डांस करवा रहा है. उनके कपड़े छोटे करा रहा है. समाज में अश्लीलता आम होने पर अल्लाह ऐसे ही अपना क्रोध भेजता है?
इस टिप्पणी को मुस्लिम बहुसंख्यक देश की आधी आबादी यानी महिलाओं के लिए “कठोर और अपमानजनक” कहा गया है.
कानून और न्याय के संसदीय सचिव बैरिस्टर मालेका बोखारी ने ट्वीट किया, एक महामारी का प्रसार कभी भी नहीं होना चाहिए और किसी भी परिस्थिति में इसे महिला की धर्मनिष्ठता या नैतिकता से जुड़ा नहीं होना चाहिए.
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इस तरह दोनों को जोड़ना खतरनाक है क्योंकि महिलाओं / लड़कियों के खिलाफ हिंसक अपराध लगातार बढ़ रहे हैं.
वहीं संघीय मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने कहा, हम इस तरह के भद्दे आरोपों के बहाने महिलाओं को निशाना बनाना स्वीकार नहीं करेंगे. पाकिस्तान में हमने पाकिस्तान के संविधान में निहित अपने अधिकारों का दावा करने के लिए कड़ा संघर्ष किया है.
पाकिस्तान में महिलाओं के बारे में “भद्दी” टिप्पणी के लिए मौलवी की आलोचना करते हुए, उन्होंने कहा, COVID-19 महामारी के पीछे महिलाओं के छोटी आस्तीन पहनने को कारण बताना पूरी तरह गलत है. ऐसा करके युवाओं को गुमराह किया जा रहा है. यह या तो महामारी के बारे में अज्ञानता को दर्शाता है या एक गलत मानसिकता वाली सोच को पूरी तरह अस्वीकार्य है.
बता दें कि पाकिस्तान में लगभग 12,000 लोग इस कोरोनवायरस से संक्रमित हैं, जबकि यहां मृत्यु का आंकड़ा 253 तक पहुंच गया है.
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