इस्लामाबाद: अपनी काली करतूतों से बाज आने के बजाए पाकिस्तान अब अपनी छवि चमकाने के प्रयासों में जुट गया है. इसी के तहत उसने एक लॉबिंग फर्म को काम पर रखा है. जो मुख्यतः अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान की छवि सुधारने के साथ ही भारत को बदनाम करने की कार्ययोजना को अंजाम देगी.
जानकारी के अनुसार, वॉशिंगटन में पाकिस्तानी दूतावास ने लिंडन गवर्नमेंट सॉल्यूशंस के स्टीफन पायने (Stephen Payne) और ब्रायन एटिंगर (Brian Ettinger) के साथ अनुबंध किया है, ताकि अमेरिका में प्रभावी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित हो सके. पॉलिटिको (Politico ) में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की सरकार ने अपनी ओर से पैरवी के लिए लिंडन गवर्नमेंट सॉल्यूशंस के स्टीफन पायने और ब्रायन एटिंगर को लॉबिंग की ज़िम्मेदारी सौंपी है. दोनों पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में भी पाकिस्तान के लिए लॉबिंग का कामकाज देखते थे.
पाकिस्तान और लिंडन गवर्नमेंट सॉल्यूशंस के बीच हुए अनुबंध की कॉपी Zee News के पास उपलब्ध है. जिसमें लिंडन गवर्नमेंट सॉल्यूशंस की तरफ से स्टीफन पायने और अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत असद मजीद खान के हस्ताक्षर हैं. अनुबंध में लिखा है कि ऐसे किसी भी संगठन के नाम और भुगतान की गई राशि का खुलासा अमेरिकी न्याय विभाग के साथ सलाहकार विदेशी एजेंट पंजीकरण अधिनियम के हिस्से के रूप में किया जाएगा.
गौरतलब है कि बलूचिस्तान और सिंध में सेना द्वारा मानवाधिकारों के लगातार उल्लंघन पर पाकिस्तान को आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. कई मानव अधिकार कार्यकर्ता अंतर्राष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठा रहे हैं, जिसने इमरान खान सरकार की चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में अहमदिया समुदाय के साथ पाकिस्तान में हो रहे भेदभाव की खबरें भी सामने आई थीं. जिसे राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग में शामिल नहीं किया जा सका है. हालांकि, पाकिस्तान काफी हद तक इस मुद्दे को इन लॉबिस्टों के माध्यम मैनेज करने में कामयाब रहा.
वैसे, पाकिस्तान के लिए लॉबिंग फर्म की नियुक्ति कोई नई बात नहीं है. 2019 में, वाशिंगटन स्थित पाकिस्तानी दूतावास ने अमेरिका में इस्लामाबाद के हितों का प्रभावी प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने के लिए लॉबिस्ट फर्म हॉलैंड एंड नाइट को काम पर रखा था. अब यह जिम्मेदारी लिंडन गवर्नमेंट सॉल्यूशंस को सौंपी गई है. पाकिस्तान चाहता है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर, खासतौर पर अमेरिका और यूरोप में अपनी छवि को चमकाने के साथ-साथ भारत को बदनाम किया जाए. इसके तहत अमेरिका और ब्रिटिश मीडिया में भारत-विरोधी खबरों को चलाने और उसके पक्ष में माहौल बनाने के लिए भारी-भरकम कीमत पर लिंडन गवर्नमेंट सॉल्यूशंस से कॉन्ट्रैक्ट किया गया है.