1300 करोड़ रूपये के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन, लोकार्पण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रतलाम में लाड़ली बहना सम्मेल को किया संबोधित
रतलाम। प्रदेश का विकास और जनता का कल्याण ही मेरी जिंदगी का मकसद है। इसे पूरा करने के लिए मुझे आप सभी का सहयोग चाहिए। प्रदेश में बहन.बेटियों की जिंदगी सँवारने के लिए सामाजिक क्रांति चल रही है। यदि बहने सुखी हैं तो मेरी जिंदगी सफल है। यह बातें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को रतलाम में कही। वे लाड़ली बहना महासम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कई विकास कार्यों का भूमिपूजन एवं लोकार्पण भी किया।
1374 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रतलाम शहर के बहुप्रतीक्षित गोल्ड कॉम्प्लेक्स, दो सिटी फोरलेन के भूमि पूजन के साथ 1374 करोड़ के विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन रतलाम के लिए ऐतिहासिकहै। विकास की दृष्टि से अगर रतलाम को देखा जाए तो मुझे ये कहते हुए ये गर्व है कि विकास के मामले में जब जब आपने जो कहा, मैंने करके दिखाया है। आज 1300 करोड़ रूपया से ज्यादा के भूमिपूजन, शिलान्यास हुआ है।
रतलाम लाएंगे नर्मदा जल
मुख्यमंत्री ने रतलावासियों से वादा किया कि गर्मियों में पीने के पानी की दिक्कत आती है, तालाब सूख जाते हैं। इसलिए बदनावर तक नर्मदा मैया आ रहीं हैं। बदनावर की पाइप लाइन को अब रतलाम जिले में लाऊंगा और जो तालाब है गर्मी के दिनों में वो तालाब भरवाकर पीने के पानी की भी दिक्कत नहीं रहने दूंगा।
सामाजिक क्रांति है लाड़ली बहना योजना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है। यह बहनों की जिंदगी में सम्मान लाएगी और उनका आत्म.विश्वास बढ़ेगा। काफी सोच.विचार के बाद यह योजना बनाई गई है। इसमें बहनों के खाते में हर माह 1000 रूपये दिए जाएंगे। ऐसे परिवार जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख से कम हो, भूमि 5 एकड़ से कम हो और चार पहिया वाहन न हो, ऐसी 23 से 60 वर्ष तक की बहनों को इस योजना का लाभ मिलेगा। योजना के लिए हर वार्ड और गाव में शिविर लगाए जाकर फार्म भरे जा रहे हैं। फार्म भरने की अंतिम तिथि 30 अप्रैल है। यदि इसके बाद भी नाम छूट गए तो उन्हें भी जोड़ा जाएगा। हर पात्र बहन को योजना का लाभ मिलेगा।
ऐसी बनी लाडली बहना योजना
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब भी मैं अपनी गरीब बहनों को देखता था, जिनके पास जमीन जायदाद नहीं है। उनको अगर हजार रुपए की भी जरूरत पड़ जाती थी तो परेशानी होती थी। पैसे के लिए परिवार वाले, पति डांट देता था। मेरे मन में एक बेचैनी थी कि एक ऐसी योजना बनाऊं जिससे इन बहनों के हाथ में भी पैसा आए और यह अपने बच्चों की छोटी-छोटी मांग पूरी कर सके। मायके जा सके, पैसे के लिए हाथ न फैलाना पड़े। मुख्यमंत्री ने बताया कि एक दिन रात भर जागकर मैंने इस योजना के बारे में सोचा और सुबह 4 बजे संकल्प लेकर बहनों के कल्याण के लिए यह योजना बनाने की ठान ली। जैसे भैया साल में एक बार राखी बंधवाता है और बहनों को साड़ी कपड़ा, पैसा देता है वैसे ही मैं भी आप लोगों का सगा भाई हूं इसलिए मैंने बहनों को हर माह 1-1 हजार देने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना बनाई।
केवाईसी के लिए गाड़ी उपलब्ध करवा रही सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना में बहनों का केवाईसी कराना आवश्यक है। इसके लिए सरकार प्रति केवाईसी 15 रूपये केवाईसी करने वालों को दे रही है। केवाईसी राशन की दुकान, कॉमन सर्विस सेंटर और एमपी ऑनलाइन पर करवाया जा सकता है। इसके लिए यदि बहन को दूसरे गांव जाना पड़े तो उसके लिए गाड़ी की व्यवस्था भी प्रशासन द्वारा की जाएगी। मुख्यमंत्री चौहान ने स्पष्ट रूप से कहा कि कोई भी बहन किसी भी व्यक्ति को एक भी रुपया न दे। यदि कोई मांग करता है तो सीधे 181 पर शिकायत करेंए उस व्यक्ति को जेल भेजा जाएगा।
आराम से फॉर्म भरना बहना
सीएम शिवराज ने कहा कि अभी मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के फॉर्म भरे जा रहे हैं। इसमें 23 साल से लेकर 60 साल तक की वह सभी बहने पात्र हैं। जिनके परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रुपए से कम और 5 एकड़ से कम जमीन हो, भी फॉर्म भर सकती हैं। 30 अप्रैल तक आवेदन फॉर्म भरे जा रहे हैं, अगर कोई आवेदन भरवाने के पैसा मांग ले तो 181 पर कॉल कर देना, मैं ऐसे व्यक्ति को हथकड़ी लगवा कर जेल भिजवाऊंगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांव में इंटरनेट कनेक्टिविटी न होने के कारण फॉर्म नहीं भरे जा रहे हों, तो मैं गाड़ी करवा कर बहनों को दूसरे गांव भिजवाऊंगा। सीएम ने कहा कि आप लोग चिंता मत करना आपका भाई मुख्यमंत्री है अगर कोई बहन रह गई तो मैं फिर फॉर्म भरवा दूंगा।
तीन बहु है तो तीनों को मिलेगा लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं बहनों में कोई भेदभाव नहीं करता। इसलिए अगर एक घर में 3 बहू हैं तो तीनों को योजना के तहत पैसा मिलेगा। बूढ़ी सासू मां की पेंशन बढ़ाकर 1 हजार कर दूंगा। सीएम ने कहा – यह कटु सत्य है कि पैसा है तो इज्जत है, पैसे से आत्मविश्वास है।बहनों की जिंदगी बदले यह मेरी जिंदगी का लक्ष्य है, बहनों तुम सुखी रहोगी तो मेरी जिंदगी सफल हो जाएगी।
बेटियों को न्याय दिलाने की पहल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैंने बचपन से देखा कि बेटियों के प्रति पूरा न्याय नहीं होता था। उन्हें घर, परिवार और समाज में बेटों के बराबर सम्मान नहीं मिलता था। तब मैंने मन में ठान लिया था कि मैं बेटियों के सम्मान के लिए निरंतर संघर्ष करूँगा। मैंने मुख्यमंत्री बनते ही लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। इसके बाद मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह, गाँव की बेटी और प्रतिभा किरण जैसी अनेक योजनाओं से बहन.बेटियों के कल्याण के कार्य होते चले गए।
बेटियों के लिए हो रही रुपयों की बौछार
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब लाडली लक्ष्मी योजना का विस्तार किया गया है। जब बेटी कॉलेज में एडमिशन लेगी तो उसे साढ़े 12 हजार और डिग्री लेने पर साढ़े 12 हजार दिए जाएंगे। मैंने बेटियों की शादी के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना बनाई, हालांकि कांग्रेस ने सत्ता में आते ही इस योजना को बंद कर दिया था। सीएम ने कहा कि मैं बेटियों-बहनों को सुखी रखने के लिए एक के बाद एक अनेकों योजना बनाते चला गया।
चुनाव में आरक्षण देकर राजनीतिक सशक्त बनाया
मुख्यमंत्री ने कहा कि मैंने बेटियों-बहनों की ताकत बढ़ाने के लिए उन्हें पंचायत, स्थानीय निकाय, नगर पालिका के चुनाव में आधी सीटों अर्थात 50% आरक्षण दिया, क्योंकि पहले तो केवल भैया चुनाव लड़ते थे, बहने केवल घर में खाना बनाती थी। मैं इस प्रवृत्ति को बदलना चाहता था। बेटियों को पुलिस की भर्ती में मैंने 30% आरक्षण दिया ताकि माताओं-बहनों की सुरक्षा का ध्यान रख सकें।
हर किसी को मिलेगी जमीन, हर किसी को मिलेगा घर
मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना के बारे में बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भू-अधिकार योजना के अंतर्गत किसी के पास रहने की जमीन का टुकड़ा नहीं है, उनको नि:शुल्क भू-खंड का पट्टा प्रदान कर रहने की जमीन का मालिक बनाएंगे। जमीन पर घर बनाने के लिए सरकार आर्थिक रूप से मदद करेगी मुख्यमंत्री योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बना कर दिए जाएंगे।
बंद किये शराब के अहाते
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश नशामुक्ति की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में नशे पर नैतिक अंकुश लगाया गया है। शराब के अहाते बंद कर दिए गए हैं। अब सड़क पर कोई भी शराब नहीं पी सकता, वरना उस पर कार्रवाई की जाएगी।
पेसा एक्ट से जनजातीय जन हो रहे सशक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेसा नियम के लागू हो जाने के बाद जनजातीय क्षेत्रों में जनजातीय भाई-बहनों को जल, जंगल और जमीन के अधिकार मिले हैं। अब तेंदूपत्ता संग्राहक स्वयं तेंदूपत्ता तोड़ कर बेच सकते हैं। अपने क्षेत्र की पत्थर और गिट्टी की खदानों को संचालित कर सकते हैं। छोटे.मोटे झगड़े गाँव की शांति और विवाद निराकरण समिति ही निपटा देती है। अब आपकी जमीन कोई नहीं हड़प सकता।
बहनों को रजिस्ट्री में दी छूट
शिवराज ने कहा कि पहले जब संपत्ति खरीदी जाती थी तब पति के नाम खरीदी जाती थी। तब हमारी सरकार ने तय किया कि अगर रजिस्ट्री महिला के नाम पर होगी तो स्टांप शुल्क कम लगेगा। अगर आदमी खरीदेगा तो 3 प्रतिशत और बहन खरीदेगी तो 1 शुल्क ही लग रहा है। उसका परिणाम यह हुआ कि अब बहनों के नाम मकान, दुकान, खेत खरीदे जा रहे हैं।
कमल नाथ ने सभी से किया धोखा, अब सावधान रहना
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पहले कुछ दिनों के लिए कमल नाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए थे। उन्होंने हमारी योजना बंद करके सहरिया, बैगा, भारिया जो बहुत गरीब बहनों को 1 हजार रुपए देना बंद करने का पाप किया था। मैंने संबल योजना बनाई कांग्रेस ने वो भी बंद कर दी। मेरी बहनों को बेटा – बेटी के जन्म से पहले मैं 4 हजार रुपए देता था और जन्म के बाद 12 हजार देता था कांग्रेस ने वो भी बंद कर दिए थे। कितनी चीजें बंद कर दी। मैं बच्चों को अच्छे नंबर लाने पर लेपटॉप देता था वो लेपटॉप भी बंद कर दिए। सीएम शिवराज ने कहा कि पिछली सरकार ने कर्जा माफी की घोषणा पूरी नहीं की, जिससे लाखों किसान डिफॉल्टर हो गए। हमारी सरकार उन सब किसानों के ब्याज की राशि भरवा कर उन्हें जीरो प्रतिशत ब्याज पर फसल ऋण दे रही है। तो उनसे सावधान रहना।
बहना दूर करेंगी कुरीतियां
मुख्यमंत्री ने महिलाओं को संकल्प भी दिलाया। उन्होंने कहा कि लाडली बहना सेना बनाओ, गांव में कुरीतियों को दूर करो, राजनैतिक रूप से भी जागरूक रहो ताकि मैं और आप, हम सब भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर नया जमाना लेकर आए।
रतलाम को दिया मेडिकल कॉलेज
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई कल्पना भी नहीं करता था कि रतलाम में मेडिकल कॉलेज खुल सकता है। 1965 के बाद मध्य प्रदेश की धरती पर कोई मेडिकल कालेज नहीं खुला था। हमने रतलाम में मेडिकल कालेज खोलने का फैसला किया।
सीएम राइज से बेहतर होगी पढ़ाई
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मैं सीएम राइज स्कूल खोल रहा हूं, ये प्राइवेट स्कूलों से बेहतर हैं। एक-एक सीएम राइज स्कूल की बिल्डिंग 30-38 करोड़ रुपए से बन रही है, जिसमें स्मार्ट क्लास, लाइब्रेरी, खेल का मैदान होगा और बस के माध्यम से गांवों से बच्चों को स्कूलों में लाया जाएगा और बच्चों की फीस मामा भरवाएगा। 25 किलोमीटर दूर तक के विद्यार्थियों को लाने के लिए बसों की व्यवस्था की जा रही है।