भोपाल। युवाओं को नई स्किल्स से संवारने के उद्देश्य से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) रुड़की और भोपाल स्थित क्रिस्प के बीच अनुबंध हुआ है। सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉरमेंस (क्रिस्प) के बीच हुए इस एमओयू का मकसद युवाओं को आईआईटी से जोड़ना है। इसी के चलते कैपेसिटी बिल्डिंग, अनुसंधान व विकास को लेकर “सशक्त भारत: शिक्षा, नवाचार और सांस्कृतिक विरासत का पोषण, कार्यक्रम के अंतर्गत समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। दोनों संस्थानों के बीच छात्रों, फैकल्टिस, इंडस्ट्रीज आदि के लिए ओन कैंपस या ऑफ कैंपस में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन इंटर्नशिप, इंडस्ट्रियल, वोकेशनल ट्रेनिंग,फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, ट्रेनिंग ऑफ़ ट्रेनर्स के माध्यम से किया जाएगा। क्रिस्प के डायरेक्टर अमोल वैद्य ने एमओयू की जानकारी देते हुए बताया कि इस नए एमओयू द्वारा आईआईटी रुड़की और क्रिस्प द्वारा मिलकर लेक्चर्स, सेमिनार, वर्कशॉप, पैनल डिस्कशन, सिम्पोसिया, वेबिनार, ट्रेनिंग प्रोग्राम, मेनेजेरियल ट्रेनिंग, स्किल डेवलपमेंट, कैपेसिटी बिल्डिंग, वोकेशनल एजुकेशन, इनोवेशन, इन्क्यूबेशन के माध्यम से विभिन्न कार्यक्रम का आयोजन करेंगे। वैद्य ने इसे एक सराहनीय पहल बताते हुए कहा कि इससे क्रिस्प संसथान को लाभ मिलेगा। आगे उन्होंने कहा कि यह मध्य प्रदेश के लिए भी गर्व का विषय है, भोपाल स्थित क्रिस्प संसथान देश और दुनिया में अपना परचम लहरा रहा है। भविष्य में भी हम अपने प्रशिक्षण व अनुसन्धान के कार्यों को नई ऊचाईयां प्रदान करेंगे, जिससे भविष्य में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश और आत्मनिर्भर भारत बानने के सपना जल्द ही पूरा साकार हो सकेगा। कार्यक्रम के दौरान चेतन चौहान, कंसलटेंट मार्केटिंग मनेजर मोजूद रहे उन्होंने बताया की यह बहुत ही गौरव का विषय है। आईआईटी रुड़की जैसे बड़े संसथान के साथ भोपाल की बहुआयामी संस्था क्रिस्प का नाम जुड़ गया है। इस एमओयू के बाद भविष्य में युवाओं को बहु-कौशल प्रदान में सहायता होगी।
आईआईटी के साथ नई ऊचाइयां छूएगा क्रिस्प, बढ़ेगा रिसर्च का दायरा
