मध्यप्रदेश के उज्जैन में दुनिया की पहली विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के ऐप पर लॉन्चिंग से पहले ही साइबर अटैक हुआ है। वैदिक घड़ी के जानकार का कहना है कि इस हमले को तकनीकी भाषा में डिस्ट्यूबेटर डिनाइल ऑफ सर्विस (डीडीओएस) अटैक कहा जाता है। इससे ऐप के सर्वर की प्रोसेस धीमी हो रही है। शुक्रवार यानी आज विक्रमादित्य वैदिक शोध संस्थान ऐप को लॉन्च करने वाला था। अब आम लोग इसका उपयोग नहीं कर पा रहे। पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए कहा गया है। यहां बता दें कि 1 मार्च को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घड़ी का वर्चुअल लोकार्पण किया था।जानकारों का मानना है कि साइबर अटैक दो कारणों से हो सकता है। पहला- इमेज खराब करने के लिए या फिर कॉम्पिटीशन के लिए। ये अटैक गुरुवार को हुआ था। हालांकि रात 12 बजे तक कुछ हद तक रिकवर कर लिया गया है। घड़ी का डिस्प्ले ठीक है, लेकिन नया यूजर ऐप को नहीं देख पाएगा। भविष्य में ऐसा ना हो, इसके लिए और प्रोग्रामिंग की जाएगी। पूरी तरह ठीक होने में एक महीना लग सकता है।


