केन-बेतवा-पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक देश- प्रदेश के लिए मील का पत्थर:CM
परियोजना से बदलेगी देश की तस्वीरपदोन्नति प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों को प्रदान किया रैंकप्रदेश के चयनित अभ्यर्थियों को बांटे नियुक्ति पत्रभोपाल।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में दीप प्रज्ज्वलित करते हुए मां नर्मदा के जल को कलश में प्रवाहित कर केन बेतवा लिंक तथा पार्वती कालीसिंध चंबल जल कलश यात्रा का शुभारंभ किया…. अपने उद्बोधन में सीएम ने कहा कि केन-बेतवा तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल नदी जोड़ने की ये योजना बेहद महत्वपूर्ण है.. ये दो बड़ी राष्ट्रीय परियोजनाये केवल मप्र ही नही बल्कि देश के विकास के लिए भी मील का पत्थर साबित होगी… प्रदेश भर में जल कलश यात्रा के अंतर्गत 13 मार्च तक केन-बेतवा लिंक परियोजना तथा पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक परियोजना के 17 जिलों के लगभग 3614 लाभांवित गांवों में कलश यात्रा तथा जल आधारित केंद्रित नुक्कड़ नाटक, भजन मंडली द्वारा भजन प्रस्तुति एवं विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम किए जाएंगे….इसके साथ ही इन गांवों के स्कूलों में जल पर केंद्रित चित्रकला, निबंध, खेलकूद, वाद विवाद प्रतियोगिता दीवार लेखन एवं चलित वाहनों के माध्यम से परियोजना के लाभ एवं जल के महत्व पर केंद्रित फिल्मों का प्रदर्शन भी किया जाएगा… यात्रा में स्व सहायता समूह, स्वयंसेवी संगठनों की सहभागिता से प्रचार-प्रसार व जागरूकता सुनिश्चित की जाएगी… केन-बेतवा लिंक परियोजना- मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण बेतवा नदी केन और बेतवा दो प्रायद्वीपीय नदियां हैं.. इन नदियों का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश है और ये उत्तर प्रदेश में यमुना नदी में मिलती हैं..- केन नदी में पानी की आवक बहुतायत है लेकिन इसका पानी का ज्यादा उपयोग नहीं हो पाता है..- दूसरी तरफ बेतवा नदी में पानी की कमी के कारण ऊपरी बेतवा बेसिन की जरूरतें पूरी नहीं हो पा रहीं..-केन नदी से सूखा ग्रस्त बुंदेलखंड क्षेत्र की इस परियोजना से 7 लाख से भी ज्यादा हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की जा सकती है..- केन बेतवा लिंक प्रोजेक्ट में एमपी के छतरपुर जिले में दौधन गांव के पास केन नदी पर दौधन बांध बनाया जाना है…- इस बांध में 2853 मिलीयन क्यूबिक लीटर पानी का भंडारण किया जा सकेगा..- इसका कुल डूब क्षेत्र 9 हजार हेक्टेयर होगा…- दौधन बांध से अतिरिक्त पानी को बेतवा बेसिन में स्थानांतरित करने के लिए 221 किलोमीटर लंबी लिंक केनाल का निर्माण किया जाएगा..- इसके अलावा दौधन बांध पर दो पावर हाउस बनाए जाएंगे…- इनकी कुल क्षमता 78 मेगावॉट होगी…- दौधन बांध पर 75 प्रतिशत निर्भोक्ता पर सालान 6580 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी उपलब्ध होगा..-2023 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी दौधन बांध से नीचे बांदाकेन नदी में छोड़ा जाएगा..- इससे बरयारपुर वियर से 1306 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी उत्तर प्रदेश के बांदा जिले में और 224 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी छतरपुर जिले में सिंचाई के लिए दिया जाएगा… मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में उत्कृष्ट कार्यों के लिए क्रम से पहले पदोन्नति प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों को रैंक प्रदान कीं साथ ही सभागार में उपस्थित प्रदेश के चयनित प्रतिभाशाली अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र सौंप उन्हें शुभकामनाएं दी..वहीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन और समावेशी विकास के संकल्प को पूरा करने की ओर मध्य प्रदेश तेजी से आगे बढ़ रहा है.. और प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार कृषि को और उन्नत बनाने की दिशा में साकार होने जा रहीं दो बड़ी राष्ट्रीय परियोजनाएं केन-बेतवा लिंक और पार्वती-कालीसिंध-चंबल लिंक प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होंगी।