- छत्तीसगढ़-झारखंड बॉर्डर पर सामरी क्षेत्र में बंदरचुआ कैंप से महज पांच किमी दूर हुई घटना
- प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत चल रहा था काम, आगजनी में सात वाहन जले
- पिछले साल ही केंद्र और राज्य सरकार ने सरगुजा को घोषित किया था नक्सल मुक्त क्षेत्र
Dainik Bhaskar
Feb 17, 2020, 05:42 PM IST
बलरामपुर. छत्तीसगढ़ के सरगुजा संभाग को केंद्र और राज्य सरकार दो बार नक्सल मुक्त घोषित कर चुकी है। उसी नक्सल मुक्त संभाग के बलरामपुर जिले में सोमवार को नक्सलियों ने सड़क निर्माण में लगे वाहनों में आग लगा दी। इसके चलते डंफर, मिक्सचर मशीन सहित सात वाहन जल गए। घटना छत्तीसगढ़-झारखंड बॉर्डर के पास सामरी क्षेत्र में हुई है। फिलहाल मामले में देखते हुए पुलिस फोर्स को मौके पर भेजा गया है।
सामरी क्षेत्र के बंदरचुआ कैंप से महज 5 किमी की दूरी पर प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण का काम चल रहा है। यहीं पर सोमवार सुबह करीब 10.30 बजे नक्सलियों ने सात वाहनों में आग लगा दी। इसके चलते तीन डंफर और एक मिक्सचर मशीन सहित अन्य वाहल जल गए। बताया जा रहा है कि हथियारबंद पहुंचे थे और उन्होंने मजदूरों को वहां से हटाने के बाद वाहनों में आग लगा दी।
सरकार दो बार घोषित कर चुकी है नक्सल मुक्त क्षेत्र
सामरी क्षेत्र में मौजूद बूढ़ा पहाड़ माओवादियों का सबसे सुरक्षित ठिकाना माना जाता रहा है। सरकार 2019 व 2017 में सरगुजा संभाग को पूरी तरह से नक्सल मुक्त घोषित कर चुकी है। इसी को देखते हुए वहां सड़क निर्माण कार्य कराया जा रहा था, लेकिन तीसरे ही दिन नक्सलियों ने इस वारदात को अंजाम दे दिया। हालांकि एसपी टीआर कोशिमा अब कह रहे हैं कि यह इलाका नक्सल मुक्त नहीं है।
पिछले साल इंजीनियर को अगवा कर ले गए थे नक्सली
नक्सल मुक्त घोषित होने के बाद पिछले साल भी सामरी क्षेत्र में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत कार्य चल रहा था। उस समय भी कार्य में लगे इंजीनियर और ठेकेदार के एक कर्मचारी का नक्सली अपहरण कर ले गए थे। जिसके बाद काम बंद कर दिया गया था। फिर से इस क्षेत्र को फिर नक्सल मुक्त घोषित कर दोबारा टेंडर निकाले गए। जिसके बाद वहां काम चल रहा था। हालांकि ज्यादा जानकारी वहां से जवानों के लौटने के बाद ही मिल सकेगी।
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