छतरपुर। सिद्ध संतों की तपोभूमि बागेश्वर धाम में शनिवार को आस्था का जन सैलाब उमड़ पड़ा। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने सुबह भक्तों का अभिवादन स्वीकार किया और नवंबर में होने वाली दिल्ली से वृंदावन की पदयात्रा के लिए सभी को आमंत्रित किया। अगस्त महीने का यह आखिरी प्रेत दरबार था, जिसके बाद महाराज श्री 7 सितंबर को धाम वापस लौटेंगे। उनकी पहली दक्षिण भारत कथा 29 अगस्त से चेन्नई में शुरू होने जा रही है।
प्रेत दरबार में दिखी लाखों की भीड़
बागेश्वर धाम में मंगलवार और शनिवार को लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, क्योंकि इन दिनों प्रेत बाधा से पीड़ित लोगों के लिए दरबार लगाया जाता है। शनिवार को भी हजारों की संख्या में प्रेत बाधा से ग्रस्त लोग पहुंचे थे, वहीं बालाजी के दर्शन करने वालों की भी भारी भीड़ थी। सुबह से ही पूरा परिक्रमा मार्ग और आसपास का क्षेत्र भक्तों से खचाखच भरा था। दोपहर में जब प्रेत दरबार शुरू हुआ तो 50 हजार वर्ग फीट से अधिक क्षेत्र पूरी तरह से श्रद्धालुओं से भर गया था।
मुंबई और चेन्नई जाएंगे महाराज श्री
अगस्त महीने का यह आखिरी प्रेत दरबार था। पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 25 अगस्त को मुंबई के लिए रवाना होंगे। वहां, मुंबई के भिवंडी स्थित बागेश्वर धाम सनातन मठ में 27 अगस्त को तीन दिवसीय गणेश उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस दौरान मठ में भगवान गणेश की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। मुंबई में तीन दिन रहने के बाद महाराज श्री अपनी पहली दक्षिण भारत कथा के लिए चेन्नई जाएंगे। चेन्नई में कथा पूरी करने के बाद वे आगामी पदयात्रा से जुड़ी बैठकों में भी हिस्सा लेंगे। इसके बाद अगले महीने वे वापस बागेश्वर धाम लौटेंगे।