मुंबई। सफलता आसान नहीं होती, जीवन में कई संघर्ष से दौर से गुजरने के बाद ही व्यक्ति सफलता की सीढ़ी चढ़ पाता है। संघर्ष हर क्षेत्र में होता है। बॉलीवुड में भी ऐसा ही होता है। आज हम आपको अभिनेत्री कृति सेनन (kriti sanon Secret) के बारे में बताने जा रहे हैं। हम आज उनके कई सीक्रेट्स से रूबरू करवाने जा रहे हैं। कृति सेनन को उनकी मूवी मिमी के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का नेशनल अवॉर्ड (kriti sanon best actress award) मिला। उन्होंने बताया है कि उनके पेरेंट्स फिल्म इंडस्ट्री में उनके फ्यूचर को लेकर टेंशन में रहते थे। पेरेंट्स उनके करियर को लेकर ज्यादा परेशान न हों, इसलिए उन्हें बैकअप प्लान के साथ इंडस्ट्री में आना पड़ा। कृति ने बताया कि उन्होंने GMAT एग्जाम दिया था, सिर्फ इसलिए की अगर फिल्मों में वो सफल करियर न बना पाएं तो कम से कम किसी अच्छे बिजनेस स्कूल से पढ़ाई तो हो ही जाएगी।

अभिनेत्री कृति ने एक चैनल से बात करते हुए अपने सीक्रेट्स शेयर किया। उन्होंने कहा- मैंने अपने करियर की शुरुआत मॉडलिंग से की थी। मेरे पहले रैंप शो में मेरे कोरियोग्राफर ने मुझे करीब 50 लोगों के सामने डांटा था। कृति ने बताया कि वो मुझसे बहुत नाराज थीं क्योंकि मैंने शो के दौरान कोरियोग्राफी में कुछ गड़बड़ कर दी थी। लेकिन, वो बहुत ज्यादा रयुड थीं। दरअसल, मैं पहली बार रैंप पर थी और ये इवेंट किसी फार्महाउस में था जहां गीली मिटटी में मेरी हील सैंडल फंस रही थी। वो मुझपर भड़क गईं और मैं वहीं रोने लगी। लेकिन, मैंने हार नहीं मानी। अभिनेत्री कृति ने बताया कि मिडिल क्लास परिवार से होने के बावजूद उन्हें अपने पेरेंट्स को फिल्म इंडस्ट्री में जाने के लिए राजी करने में ज्यादा मुश्किल नहीं आई। कृति ने बताया कि उनके पापा CA हैं और उनकी मां प्रोफेसर हैं।

इसके बावजूद उन्होंने एक्टर बनने के उनके सपने को सच बनाने में हमेशा उन्हें सपोर्ट किया, बस वो इतना चाहते थे कि उनके पास कोई बैकअप जरूर हो। अभिनेत्री कृति ने कहा- इस वजह से जब मैं मुंबई आई थी तब मैं फिल्मों में हाथ आजमाने के साथ-साथ GMAT की तैयारी के लिए कोचिंग भी जाया करती थी। इन सबके साथ मैं मॉडलिंग भी कर रही थी। इस दौरान मुझे अपनी पहली फिल्म में महेश बाबू के साथ काम मिला। ये एक तेलुगु फिल्म थी- नेनोक्काडाइन। इसके बाद मुझे हीरोपंती में काम करने का मौका मिला। कृति ने बताया कि बैकअप प्लान साथ होने की वजह से मैं कुछ हद तक रिलैक्स रहती थी। मैं समझती थी कि मैं के मिडिल क्लास फैमिली से हूं और मेरे परिवार में कभी किसी का फिल्मी बैकग्राउंड नहीं रहा है। इस वजह से मेरे पेरेंट्स परेशान थे पर बैकअप प्लान होने से मुझे ये फायदा हुआ कि मैंने सोच-समझ कर फिल्में की और संयम से काम किया। मुझे काम न मिलने की बेचैनी कम होती थी।
