अगस्ता वेस्टलैंड मामले में बुधवार को एक अहम मोड़ आया. खबर आ रही है कि इस मामले में आरोपी राजीव सक्सेना सरकारी गवाह बनने को तैयार हो गया है. माना जा रहा है कि सक्सेना के सरकारी गवाह बनने से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. क्योंकि ये मामला यूपी-2 के कार्यकाल का ही है. इससे पहले दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को कहा था कि वो 3600 करोड़ रुपए के अगस्ता वेस्टलैंड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार राजीव सक्सेना की मेडिकल रिपोर्ट पर बुधवार को गौर करने के बाद उसकी जमानत याचिका पर आदेश सुनाएगी.
विशेष न्यायाधीश अरविंद कुमार ने एम्स निदेशक को बुधवार को आरोपी की चिकित्सकीय स्थिति के संबंध में रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया था. अदालत ने सक्सेना को 18 फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेजा था. सक्सेना ने स्वास्थ्य के आधार पर जमानत मांगी है. उसने अदालत से कहा है कि वो दिल की बीमारी से ग्रस्त है और खून संबंधी विकार से भी पीड़ित हैं. वहीं ईडी ने इस शर्त पर सक्सेना की जमानत याचिका का विरोध नहीं किया कि वह दिल्ली छोड़कर नहीं जाएं.
गौरतलब है कि UAE से प्रत्यर्पण की मंजूरी मिलने के बाद आरोपी राजीव सक्सेना और दीपक तलवार को भारत लाया जा सका था. इसके बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वीवीआईपी हेलीकाप्टर, एफसीआरए उल्लंघन मामलों में इन्हें गिरफ्तार कर लिया था. वहीं पिछले साल दिसंबर में UAE सरकार ने क्रिश्चियन मिशेल के प्रत्यर्पण की मंजूरी दी थी. मिशेल, ब्रिटिश नागरिक है. उस पर 3600 करोड़ रुपए के VVIP चॉपर डील में बिचौलिया होने का आरोप है.