छतरपुर, मध्य प्रदेश: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपनी 25 दिनों की विदेश यात्रा पूरी कर भारत लौट आए हैं। वर्तमान में वह महाराष्ट्र के भिवंडी स्थित बागेश्वर सनातन मठ में हैं, जहां अगले तीन दिनों तक (27 से 29 जून तक) उनका दिव्य दरबार लगेगा। इस दौरान श्रद्धालु महाराज श्री के दर्शन कर सकेंगे और अपनी दैहिक, दैविक पीड़ा निवारण के लिए उनसे आशीर्वाद ले सकेंगे। साथ ही, दिव्य अभिमंत्रित भभूत भी वितरित की जाएगी।
महाराज श्री शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया, फिजी और न्यूजीलैंड की अपनी यात्रा के बाद सुबह दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पहुंचे। वहां से वह हवाई मार्ग से सुबह 9:15 बजे छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, मुंबई पहुंचे, जहां उनके भक्तों ने उनका जोरदार स्वागत किया। मुंबई से कार द्वारा भिवंडी स्थित बागेश्वर सनातन मठ पहुंचने के बाद, उन्होंने भगवान श्री गणेश, बागेश्वर बालाजी, सीताराम सरकार और स्फटकेश्वर महादेव का जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की।
27 से 29 जून तक, शाम 4 बजे से 6 बजे तक सनातन मठ में दिव्य दरबार का आयोजन किया जा रहा है।
विदेशी धरती पर कथा सुनने उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़महाराज श्री की हर विदेश यात्रा कुछ नया संदेश देती है, और इस बार भी यह स्पष्ट देखने को मिला। उनकी कथा सुनने के लिए एक साथ 8 हजार से अधिक लोग इकट्ठा हुए, और जगह न होने के बावजूद लोग लंबी कतारों में खड़े होकर महाराज श्री की एक झलक पाने का इंतजार करते रहे। विदेश यात्रा के अपने अनुभव साझा करते हुए महाराज श्री ने बताया कि विदेश में रहने वाले लोग पूर्ण वस्त्र में रहते हैं, जबकि भारतीय मूल के लोग कम वस्त्र पहने नजर आते हैं।
हिंदुओं को प्रेरित करने की प्रतिबद्धता दोहराई
बागेश्वर महाराज ने भारत के बाहर रह रहे सनातन प्रेमियों के बारे में बात करते हुए कहा कि वह विश्वभर में रहने वाले हिंदुओं को जगाते रहेंगे। उन्होंने बार-बार विदेश जाकर उन्हें सनातन के प्रति एकजुट होने के प्रयासों को जारी रखने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। उन्होंने सनातन प्रेमियों से आह्वान किया कि वे दुनिया में रहते हुए अपनी संस्कृति, सभ्यता और रहन-सहन का ख्याल रखें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि विदेश में भी अपनी संस्कृति का प्रचार-प्रसार करें, क्योंकि भारत की संस्कृति और सभ्यता दुनिया की सबसे अच्छी है।
दुनिया के अंतिम छोर के शहर में हुई महाराज श्री की कथा
इस विदेश यात्रा की एक खास बात यह रही कि महाराज श्री की कथा न्यूजीलैंड के क्वींसटाउन में भी हुई, जिसे दुनिया का सबसे अंतिम छोर का शहर माना जाता है। इतिहास में यह पहली बार था जब यहां महाराज श्री की कथा आयोजित की गई, और बड़ी संख्या में सनातन प्रेमी एकजुट होकर कथा का आनंद लिया। न्यूजीलैंड की कथा में वहां के कार्यवाहक प्रधानमंत्री ने महाराज श्री का आशीर्वाद लिया।
वहीं, फिजी के दो उप प्रधानमंत्री और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुखों ने भी कथा में हिस्सा लेकर महाराज श्री का आशीर्वाद प्राप्त किया। इतना ही नहीं, स्थानीय समाचार पत्रों के माध्यम से महाराज श्री के प्रवचन की जानकारी मिलने पर न्यूजीलैंड के एक विश्वविद्यालय की चार सदस्यीय टीम ने इस पर शोध करने का भी निर्णय लिया है।


