पटना: बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है। सूत्रों के अनुसार, अक्टूबर के पहले हफ्ते में चुनाव की तारीखों की घोषणा होने की प्रबल संभावना है, वहीं नवंबर में मतदान प्रक्रिया शुरू हो सकती है। निर्वाचन आयोग ने इसकी तैयारियों को तेज कर दिया है, जिसके तहत मतदाता सूची के सत्यापन और पुनरीक्षण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है।
बिहार विधानसभा का वर्तमान कार्यकाल 22 नवंबर, 2025 को समाप्त हो रहा है, ऐसे में इससे पहले चुनावी प्रक्रिया को पूरा करना अनिवार्य है। चुनाव आयोग ने दिवाली (20 अक्टूबर) और छठ पूजा (25-28 अक्टूबर) जैसे प्रमुख त्योहारों को ध्यान में रखते हुए मतदान की तारीखों पर विचार कर रहा है, ताकि पर्व के दौरान मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मतदाता सूची पर विशेष अभियान:चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को दुरुस्त करने के लिए एक विशेष गहन पुनरीक्षण अभियान शुरू किया है। इसके तहत:
25 जून से 27 जुलाई तक: बूथ लेवल अधिकारी (बीएलओ) घर-घर जाकर नए नाम जोड़ने, हटाने और संशोधित करने के लिए आवेदन स्वीकार करेंगे। इस दौरान 1200 मतदाताओं के आधार पर मतदान केंद्रों का पुनर्निर्धारण भी किया जाएगा। * 27 जुलाई से 31 जुलाई तक: प्राप्त आवेदनों के आधार पर मतदाता सूची का अपडेशन होगा।
1 अगस्त 2025: ड्राफ्ट मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। * 1 अगस्त से 1 सितंबर तक: ड्राफ्ट मतदाता सूची के आधार पर दावा-आपत्तियां ली जाएंगी।
30 सितंबर तक: अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा।आयोग का लक्ष्य एक साफ, सटीक और भरोसेमंद मतदाता सूची तैयार करना है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि 1 अक्टूबर 2025 तक 18 वर्ष पूरे करने वाले सभी युवा मतदाताओं को सूची में शामिल किया जा सके। बूथ स्तर पर घर-घर जाकर सत्यापन का कार्य चल रहा है, जिससे किसी भी प्रकार की त्रुटि को दूर किया जा सके।
राजनीतिक दल भी चुनाव की घोषणा से पहले ही अपनी तैयारियों में जुट गए हैं। रैलियां, जनसंपर्क अभियान और रणनीति बनाने का काम तेज हो गया है। बिहार की 243 विधानसभा सीटों पर होने वाले इस चुनाव में मुख्य राजनीतिक दलों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है।