नई दिल्ली – भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA), ने एक बड़ी जीत हासिल करते हुए सीपी राधाकृष्णन को भारत का अगला उपराष्ट्रपति चुन लिया है. सोमवार को हुए इस चुनाव में राधाकृष्णन ने विपक्षी उम्मीदवार को बड़े अंतर से हराया.
यह जीत भाजपा के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि दोनों प्रमुख उम्मीदवार दक्षिण भारत से थे. भाजपा, जिसे अक्सर उत्तर भारत की पार्टी माना जाता है, ने इस जीत के साथ यह संदेश दिया है कि उसकी पहुंच और स्वीकार्यता अब पूरे देश में फैल रही है. सीपी राधाकृष्णन तमिलनाडु के एक अनुभवी राजनेता हैं, और उनकी जीत को भाजपा की दक्षिण में अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की कोशिशों के एक हिस्से के रूप में देखा जा रहा है.
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि राधाकृष्णन की जीत न केवल एक संवैधानिक पद की जीत है, बल्कि यह भाजपा के लिए दक्षिण भारत में अपनी जड़ें जमाने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है. यह जीत 2024 के आम चुनावों से पहले पार्टी के मनोबल को और बढ़ा सकती है.
राधाकृष्णन को 575 वोट मिले, जबकि उनके विरोधी को 205 वोट ही मिल पाए, जिससे उनकी जीत का अंतर स्पष्ट हो जाता है.यह जीत भाजपा के उस मिशन का हिस्सा है, जिसमें वह भारत के हर कोने में अपनी उपस्थिति और प्रभाव को बढ़ाना चाहती है. इस जीत के साथ, भाजपा ने यह साबित कर दिया है कि वह क्षेत्रीय बाधाओं को तोड़कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी राजनीतिक शक्ति को बढ़ा रही है.