बुंदेल केसरी महाराजा छत्रसाल जी की जयंती पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मऊसहानियां में संस्कृति विभाग के सहयोग से महाराजा छत्रसाल स्मृति शोध संस्थान द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विरासत महोत्सव का शुभारंभ दीप्रज्वलित कर एवं महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। साथ ही छत्रसाल जी की जयंती की शुभकामनाएं दी। इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा विरासत महोत्वस में छत्रसाल दर्पण स्मारिका का विमोचन किया गया। प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा है कि बुंदेलखंड को धरती वीरों और रणबांकुरों की धरती है। इस पुण्य पवित्र धरती में महाराजा छत्रसाल का जन्म हुआ। मैं इस वीरों की धरती को नमन करता हूं, उन्होंने कहा कि हमारे लिए आज पुरुषार्थ और पराक्रम का दिन है।
आज बुंदेलखंड के वीर सपूत महाराजा छत्रसाल का जन्मदिन है। उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड की धरती पर परमात्मा ने विशेष कृपा की है, बुंदेलखंड की धरती ने पुरुषार्थ और रणबांकुरे दिए है। मैं इस पवित्र धरती को नमन करता हूं। मुख्यमंत्री आज छतरपुर जिले के ग्राम मऊ सहानियां में महाराजा छत्रसाल स्मृति शोध संस्थान के सौजन्य से आयोजित महाराजा छत्रसाल जयंती समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा छत्रसाल की लड़ाई देश के स्वाभिमान की लड़ाई थी। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में मुगलों से लोहा लिया और आततायियों से देश की रक्षा की। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल ने अपने पुरुषार्थ और पराक्रम से आतातायियों से देश की सुरक्षा करने का प्रयास किया। उनका यह साहस उस कठिन दौर में अनुपम था। उन्होंने कहा कि महाराजा छत्रसाल उस कठिन दौर में सत्ता साहस और पराक्रम के त्रिवेणी थे। उन्होंने मुगलों को धूल चटाई और बुंदेलो से ही देश का मान बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा छत्रसाल, वीर शिवाजी, रानी दुर्गावती, रानी अवंतीबाई, लोकमता देवी अहिल्याबाई होलकर हमारे गौरव हैं। हमें उनके कठिन संघर्षों, उनके पराक्रमों और उनके आदर्शों से शिक्षा लेनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराजा छत्रसाल के साहस और पराक्रम को युवा पीढ़ी तक पहुंचाने के लिए स्कूल, कॉलेजों के पाठ्यक्रमों में इसे शामिल करने के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि बुंदेलखखड के अंदर पानी की दिक्कतें वर्षों से रही है। बुंदेलखंड में पानी की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रधानमंत्री के माध्यम से वर्षों से उलझी पड़ी केन बेतवा नदी जोड़ो अभियान को पूरा करने के प्रयास किए जा रहे हैं, इसके लिए 1 लाख करोड़ की योजना लागू करने का संकल्प हमने लिया है, मुख्यमंत्री के कहा कि किसानी खेती गरीब आदमी के जीवन ने सुखसमृद्धि खुशहाली लाती है उन्होंने कहा कि हमारे देश में प्राचीन काल से ही कृषि को उत्तम माना गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बुंदेलखंड के किसानों के जीवन में खुशहाली और समृद्धि लाने के लिए समुचित प्रयास किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहनों की जिंदगी में अगर किसी कारण से सुहाग चला गया, अगर बहन विधवा हो गई तो उसका पुनर्विवाह करना चाहिए।उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश शासन द्वारा ऐसी विधवा बहनों के पुनर्विवाह के लिए कल्याणी योजना के अंतर्गत उनका विवाह करने के लिए योजना संचालित की जा रही है। कल्याणी योजना के अंतर्गत विवाह होने पर प्रोत्साहन राशि स्वरूप उन्हें दो लाख रुपए की राशि प्रदान की जाएगी। समारोह को संबोधित करते हुए खजुराहो संसद वीडी शर्मा ने कहा कि ग्राम मऊ सहानियां में छतरपुर के लोगों ने जो स्मारक बनाया है इसमें क्षेत्र के लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका है। इस ऐतिहासिक स्थल पर हम सभी का आना हमारे लिए गौरव और सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि आज महाराजा छत्रसाल की जयंती के दिन ही महाराणा प्रताप जी की जयंती है, यह बड़े सौभाग्य की बात है और सौभाग्य का दिन भी है।
उन्होंने महाराजा छत्रसाल की जयंती के लिए मुख्यमंत्री द्वारा अवकाश घोषित करने पर मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।इस दौरान कृषि मंत्री एवं छतरपुर के प्रभारी मंत्री ऐदल सिंह कंषाना, सांसद खजुराहो वी.डी. शर्मा, विधायक महाराजपुर कामाख्या प्रताप सिंह, छतरपुर विधायक ललिता यादव, जिला पंचायत अध्यक्ष विद्या अग्निहोत्री, जनपद अध्यक्ष नौगांव हेमलता पाठक, पूर्व मंत्री मानवेन्द्र सिंह, पूर्व विधायक प्रदुम्न सिंह लोधी, उमेश शुक्ला, पुष्पेन्द्रनाथ पाठक, कॉपरेटिव बैंक के अध्यक्ष करूणेन्द्र प्रताप सिंह, चन्द्रभान सिंह गौतम छत्रसाल महोत्सव समिति के अध्यक्ष राकेश शुक्ला, सचिव कमलेश अहिरवार, सदस्य भागवत शरण अग्रवाल पुष्पेन्द्र प्रताप सिंह, पप्पू चौरसिया सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण मंचासीन रहे। साथ ही प्रशासनिक अधिकारियों में डीआईजी ललित शाक्यवार, कलेक्टर पार्थ जैसवाल, एसपी अगम जैन, जिला पंचायत सीईओ तपस्या परिहार, एसडीएम जी.एस. पटेल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।