- बिपिन रावत ने अमेरिका जैसी रणनीति की थी बात
- ओवैसी बोले- जनरल का यह पहला हास्यापद बयान नहीं
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने चीफ ऑफ डिफेंस (सीडीएस) बिपिन रावत पर निशाना साधा. ओवैसी ने बिपिन रावत के बयान पर कहा कि रणनीति बनाना प्रशासन का काम है, कोई जनरल रक्षा को लेकर रणनीति तय नहीं कर सकता.
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘यह उनका (बिपिन रावत) पहला हास्यास्पद बयान नहीं है. नीति का निर्णय नागरिक प्रशासन करता है, न कि कोई जनरल. नीति या राजनीति पर बात करके बिपिन रावत सिविलियन सुपरमेसी को कम कर रहे हैं.’
This is not the first ridiculous statement he has made. Policy is decided by civilian a dministration not by any General. By speaking on policy/politics, he is undermining civilian supremacy
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) January 16, 2020
अमेरिका जैसी रणनीति की जरूरत
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान सीडीएस विपिन रावत ने आतंक और पाकिस्तान को लेकर कहा था कि हमे आतंक से लड़ने के लिए अमेरिका जैसी रणनीति पर अमल करना चाहिए. जब तक आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देश हैं, तब तक हमें इस खतरे का सामना करते रहना होगा. हमें इससे निर्णायक ढंग से निपटना होगा.
जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों पर बोलते हुए सीडीएस जनरल विपिन रावत ने कहा था कि सुरक्षा बल कठिन परिस्थितियों में ही पैलेट गन का इस्तेमाल करते हैं. फिलहाल वहां सेना पर पथराव की घटनाओं में काफी कमी आई है. पत्थरबाजी से निपटने के लिए अब अलग-अलग तरीके अपनाए जा रहे हैं.
सीडीएस जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि कट्टरवादी विचारधारा से निपटने की जरूरत है. एक मुहिम चलाकर ऐसे लोगों की पहचान करनी चाहिए और उन पर कार्रवाई होनी चाहिए. कश्मीर में 10 साल से कम उम्र के लड़के-लड़कियों को कट्टरपंथी बना दिया गया है. हम उन्हें ऐसी मुहिम से अलग कर सकते हैं. सभी के साथ शांतिवार्ता शुरू की जानी चाहिए, लेकिन इस शर्त पर कि वे आतंकवाद को पूरी तरह छोड़ें.