- मौसम विज्ञानियों के अनुसार 4 तारीख तक प्रदेश में बदली-बारिश के हालात बने रहने की संभावना
- इसके बाद मौसम साफ होगा तो कुछ दिन तक ठंड फिर बढ़ सकती है
Dainik Bhaskar
Feb 01, 2020, 02:24 AM IST
रायपुर . छत्तीसगढ़ में इस साल जनवरी में 7 रैनी डे हुए हैं। लगभग इतने ही पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में बने हैं, जिनके असर से राज्य में पूरे जनवरी बारिश होती रही है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि फरवरी में भी 4 तारीख तक छत्तीसगढ़ में बदली-बारिश के हालात बने रहने की संभावना है।
इसके बाद मौसम साफ होगा तो कुछ दिन तक ठंड फिर बढ़ सकती है। राजधानी समेत छत्तीसगढ़ में जनवरी के महीने में आमतौर से दो या अधिकतम तीन बार बदली-बारिश का मौसम बनता रहा है। अर्थात पूरे महीने में अधिकतम दो से तीन रैनी-डे रहते हैं। लेकिन इस बार 7 रैनी डे हो चुके हैं। मौसम विज्ञानियों के अनुसार अफगानिस्तान से लेकर हिमालय की तराई में पश्चिमी विक्षोभ के असर से इस माह लगातार बारिश या बर्फबारी हुई है। इस माह के अंत में भी अफगानिस्तान में एक नया पश्चिमी विक्षोभ बना है। इसका असर भी शनिवार को नजर अाएगा। इससे बस्तर और लगे हिस्से में कहीं-कहीं बारिश भी होगी।
एक-दो दिन हवा में नमी बनी रहेगी। इसके बाद 4 फरवरी को भी राज्य में कहीं-कहीं पर बारिश हो सकती है। उसके बाद ही मौसम बदलेगा। लालपुर मौसम केंद्र के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार रैनी डे लिए बारिश का एक पैरामीटर तय किया गया है। इसके अनुसार यदि 24 घंटे में 2.4 मिमी या उससे अधिक बारिश दर्ज की गई तो उस दिन को रैनी डे घोषित किया जा सकता है। इस लिहाज से इस साल जनवरी में सात रैनी डे हो चुके हैं। फरवरी में भी 4 तारीख तक बारिश के संकेत दिख रहे हैं।
उत्तर भारत में बदलते मौसम का इस बार प्रदेश में ज्यादा असर
पश्चिमी विक्षोभ के असर से नमी और असर खत्म होते ही रात और दिन में ठंड, यानी मौसम बार-बार बदल रहा है। बुधवार-गुरुवार से रात के तापमान में फिर गिरावट है। पेंड्रारोड और अंबिकापुर में रात का तापमान 6 से 8 डिग्री तक पहुंच गया। यह सामान्य से छह डिग्री तक कम है। वहां अच्छी ठंड महसूस की जा रही है। राजधानी में भी तापमान 14.2 डिग्री रहा, जो सामान्य से एक डिग्री कम है। बुधवार से पहले तक रायपुर समेत पूरे राज्य में रात का तापमान बढ़ा हुआ था। हल्की गर्मी महसूस होने लगी थी। अब फिर से पश्चिमी विक्षोभ बनने के कारण रात के तापमान में वृद्धि होगी।
मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी ठंड खत्म नहीं हुई है।
पश्चिमी विक्षोभों का असर
छत्तीसगढ़ में इस साल जनवरी में सात रैनी डे हो चुके हैं। इतने ही पश्चिमी विक्षोभ भी बने हैं, जिनका छत्तीसगढ़ पर सीधा असर रहा है। अगले तीन-चार दिनों तक राज्य में बदली-बारिश के हालात रहेंगे। -एचपी चंद्रा, मौसम विज्ञानी, लालपुर मौसम केंद्र
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