खरीदी केन्द्रों में धान का परिवहन धीमी गति से होने के कारण अभी भी कई केन्द्रों में जगह की कमी बनी हुई है। यही स्थिति आगे भी बनी रही तो जिले के पंजीकृत 37 हजार 244 किसानों का धान खरीदी नहीं हो पाएगी। धान खरीदी शुरु हुए 2 माह हो गए हैं। लेकिन धान का परिवहन 49.90 प्रतिशत ही हो पाया है।
अवकाश के दिनों को छोड़कर केवल 11 दिन ही धान खरीदी का समय शेष रह गया है। जिले के पंजीयन कराने वाले 67 प्रतिशत किसानों का धान ही खरीदी हो पाया है। अभी भी 33 प्रतिशत किसानों का धान खरीदी होना है। ऐसे में धान खरीदी प्रशासन के लिए चुनौती होगा।
जिले में बीते 1 दिसंबर से धान खरीदी 95 धान खरीदी केन्द्रों में शुरु हुआ था। लेकिन खरीदे गए धान का परिवहन समय पर शुरू नहीं हो पाया। इसके चलते कई खरीदी केन्द्रों में जगह की कमी होने लगी है। कहीं पर 14 प्रतिशत तो कहीं 29 प्रतिशत ही धान का परिवहन हो पाया। जिले के बुदेला धान खरीदी केन्द्र में अभी तक मात्र 14.26 प्रतिशत ही परिवहन हो पाया है। बेरला धान खरीदी केन्द्र से 23.60 प्रतिशत और गुधेली धान खरीदी केन्द्र में अभी तक 29.45 प्रतिशत ही धान का परिवहन हो पाया है। इसके अलावा गुंजेरा केन्द्र से 31.26 प्रतिशत, हसदा केन्द्र से 33.21 प्रतिशत, सिलघट केन्द्र से 26.93 प्रतिशत, हाटरांका में 39.56 प्रतिशत, चेचानमेटा केन्द्र में 40.89 प्रतिशत, बारगांव से 43.98 प्रतिशत, कुंरा से 30.90 प्रतिशत, भिंभौरी में 37,
कुसमी से 38 प्रतिशत धान परिवहन हो पाया है।
26 धान खरीदी केन्द्रों में अधिकतम 49 प्रतिशत तक ही धान का परिवहन हुआ है। इससे खरीदे गए धान फड़ में जाम हो गया है। केन्द्र में धान खरीदने के लिए जगह की कमी होने लगी है। जिले में अभी तक केवल 49.90 प्रतिशत ही धान का परिवहन हो पाया है।
शेड्यूल के अनुसार 15 फरवरी तक ही होगी धान खरीदी
15 फरवरी तक धान खरीदी की जाएगी। 11 दिन में किसानों के धान की खरीदी करना प्रशासन के लिए चुनौती होगी। अभी तक कुल 38 लाख 27, 615 क्विंटल धान की खरीदी किया जा चुका है। जिसमें से केवल 19 लाख 10116 क्विंटल धान का परिवहन हो पाया है। इस तरह अभी भी सभी धान खरीदी केन्द्रों में कुल 19 लाख 17, 498 क्विंटल धान का परिवहन नहीं होने के कारण जाम है। इससे किसान परेशान हो रहे हैं।
37 हजार किसान अभी भी धान बेचने लगा रहे चक्कर
जिले में 1 लाख 19 हजार 228 किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया था। इनमें से 81 हजार 584 किसान धान बेच चुके है। 37 हजार 644 किसान अभी भी धान बेचने के लिए खरीदी केन्द्र का चक्कर लगा रहे है। लेकिन जिस हिसाब से धान का परिवहन हो रहा है। उसके मुताबिक संशय की स्थिति बन रही है। 13 धान खरीदी केन्द्रों में कहीं 500 तो कहीं 1 हजार से अधिक ऐसे किसान हैं जिनका अभी तक एक बार भी धान नहीं खरीदा गया है। इसमें कुंवरा केन्द्र में 1123 किसान, नांदघाट केन्द्र में 790 किसान, टेमरी केन्द्र में 849, मोहभट्ठा केन्द्र में 874, देवरबीजा केन्द्र में 807, पुटपुरा केन्द्र में 726, खंडसरा केन्द्र में 795, छिरहा केन्द्र में 787, चंदनू केन्द्र में 706, केसदा केन्द्र में 723 किसान है।
कुछ करें: 12 लाख क्विंटल धान की खरीदी अभी भी बाकी, 11 दिन का समय शेष
परिवहन की गति बढ़ाने की जरूरत है
बेमेतरा.खरीदी केन्द्र में खुले में रखे धान।
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