- चरामा जनपद चुनाव में हार से झुझलाए नेताओं का हंगामा
- पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के बीच-बचाव के बाद हुए शांत
Dainik Bhaskar
Feb 22, 2020, 06:29 PM IST
कांकेर. शहर के चारामा जनपद चुनाव हार के बाद भाजपा में आपसी रंजिश का दौर जारी है। शनिवार को पुराना बसस्टेंड में धान खरीदी के मुद्दे को लेकर धरना देने पहुंचे भाजपाई आपस में ही भिड़ गए। भाजपा के बड़े नेताओं के सामने चारामा भाजपा के दोनों गुटों के नेता आपस में उलझ गए। भाजपा के कार्यकर्ता सार्वजनिक स्थान पर एक दूसरे को गालियां देते रहे तथा उनके बीच धक्कामुक्की भी हुई। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया।
भाजपा का धरना प्रदर्शन सुबह 11 से शाम 5 बजे तक प्रस्तावित था। दोपहर 1 बजे तक धरनास्थल पर कुर्सियां खाली पड़ी रही। इसके बाद एक एक कर कार्यकर्ता पहुंचने लगे। यहां मौजूद भाजपा नेता विजय मंडावी तथा राजेंद्र गौर ने भाजपा महामंत्री आलोक ठाकुर को धरनास्थल से वापस भेजने को लेकर छींटाकशी की। इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद शुरू हो गया। इसके बाद विजय मंडावी, राजेंद्र गौर, परमेश्वर जैन आदि आलोक ठाकुर को धरनास्थल से वापस भेजने शोरगुल मचाने लगे। विवाद बढऩे पर भाजपा के कुछ अन्य नेता भी कूद पड़े।
इस वजह से हुआ विवाद
चारामा जनपद चुनाव में भाजपा के विजय मंडावी अध्यक्ष पद के दावेदार थे। यहां भाजपा के पास बहुमत भी था। जोड़तोड़ की राजनीती से बचने सभी सदस्य शिर्डी चले गए थे जहां से एक सदस्य अरूण मरकाम अचानक लापता हो गए। पहले लापता फिर अपहरण का मामला दर्ज हुआ। विवाद के चलते 13 फरवरी को प्रस्तावित चारामा जनपद अध्यक्ष उपाध्यक्ष चुनाव स्थगित हो गया। 19 फरवरी को चुनाव हुए जिसमें लापता अरूण मरकाम पहुंचे तथा विजय मंडावी के खिलाफ अध्यक्ष पद हेतु नामांकन दाखिल किया। कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्यों के समर्थन से अरूण ने विजय एक वोट से हराया। विजय मंडावी तथा उनके समर्थकों का आरोप है आलोक ठाकुर ने ही अरूण को गायब कराया था तथा कांग्रेस से सांठगांठ कर उसे अध्यक्ष बनवाया।
Source link