- पूर्व सीएम अजित जोगी के मुद्दा उठाया, स्पीकर के हस्तक्षेप पर पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने की घोषणा
- गरियाबंद में सरपंचों ने निर्माण कार्य कराया था, सत्यापन के बाद भी काटे गए रुपए, घूस देकर भुगतान का आरोप
Dainik Bhaskar
Feb 26, 2020, 03:28 PM IST
रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र के दौरान बुधवार को निर्माण कार्यों में गड़बड़ी का मुद्दा खूब उछला। पूर्व मुख्यमंत्री अजित जोगी ने गरियाबंद जिले की फिंगेश्वर पंचायत के निर्माण कार्यों में गड़बड़ी और घूसखोरी का मुद्दा उठाया। जिसके बाद पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने गड़बड़ियों की बात को स्वीकारते हुए लेखाधिकारी सुधीर भट्टाचार्य को निलंबित करने और विभागीय जांच कराए जाने की घोषणा कर दी। वहीं, बलौदा बाजार के भटगांव में मालती बाई हत्याकांड मामले में बार-बार एसआईटी गठन का मुद्दा भी गूंजा।
पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने कहा- फिंगेश्वर में जो हुआ वो हिंदुस्तान में कहीं नहीं हुआ। उन्होंने पंचायत मंत्री से पूछा कि क्या फिंगेश्वर गरियाबंद में ग्राम पंचायतों की ओर से कराए गए विभिन्न निर्माण कार्यों का मूल्यांकन-सत्यापन होने के पश्चात भी राशि में कटौती करने का मामला सामने आया है। इस पर शासन की ओर से क्या कार्रवाई की जा रही है। जोगी ने कहा कि इंजीनियर के निर्माण कार्यों का मूल्यांकन करने के बाद लेखाधिकारी को सरपंचों की राशि काटने का अधिकार नहीं है।
स्पीकार बोले- गड़बड़ी करने वालों को यहीं सस्पेंड की घोषणा होना चाहिए
पूर्व सीएम जोगी ने आरोप लगाया कि जिन सरपंचों ने लेखाधिकारी को पैसा दिया, उनकी राशि का पूरा भुगतान हुआ। जिन्होंने रिश्वत नहीं दी तो उनकी राशि काट दी गई। जोगी ने कहा कि ऐसे अधिकारी को सस्पेंड किया जाए। इस पर सदन में पंचायत मंत्री टीएस सिंहदेव ने विभागीय जांच की घोषणा की। पंचायत मंत्री के जवाब पर स्पीकर ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के निलंबन की घोषणा यहीं हो जाना चाहिए। अध्यक्ष के कहने के बाद टीएस सिंहदेव ने लेखाधिकारी को सस्पेंड करने की घोषणा की।
एक मामले में 6 एसआईटी, विधायक धर्मजीत बोले- दुनिया में पहला मामला
बलौदा बाजार के भटगांव में मालती बाई हत्याकांड मामले को कांग्रेस विधायक चंद्रदेव राय ने सदन में उठाया। साथ ही उन्होंने थाना प्रभारी की शिकायत भी की। इस पर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने बताया कि मामले की जांच के लिए 6 एसआईटी का गठन किया गया है। इस मामले में 4 एसआईटी भाजपा की सरकार ने गठित की थी। कांग्रेस की सरकार बनने के बाद में एसआईटी का गठन किया गया। इस पर जनता कांग्रेस विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि पूरी दुनिया का यह पहला मामला है जिसमें एक प्रकरण में अलग-अलग एसआईटी का गठन किया गया है।
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