- धान खरीदी की अंतिम तारीख 20 फरवरी, पर बारदाने की कमी के चलतेे नहीं हो पा रही खरीद
- केशकाल में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर लाठीचार्ज किए को लेकर भाजपा ने साधा निशाना
Dainik Bhaskar
Feb 19, 2020, 03:28 PM IST
रायपुर. छत्तीसगढ़ में बारदाने की कमी के चलते धान खरीदी नहीं होने से बुधवार को एक बार फिर किसानों को गुस्सा फूट पड़ा। सूरजपुर में किसानों ने धान हाईवे पर फेंक दिया और उसमें आग लगा दी। संभवत: प्रदेश में यह पहला मामला होगा, जब किसानों ने धान में आग लगाई हो। वहीं एक दिन पहले केशकाल में किसानों पर लाठीचार्ज को लेकर भाजपा ने बर्बर, बेईमान और बेशर्म सरकार बताकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने भी ट्वीट कर पूछा है कि “कहां है वादों की गठरी, कहां है हक का वो मुद्दा’।
दरअसल, धान खरीदी को लेकर सिर्फ एक दिन ही बाकी बचा है। सरकार की ओर से 20 फरवरी अंतिम तारीख तय की गई है। बावजूद इसके किसानों से अभी तक पूरे धान की खरीदी नहीं हो सकी है। किसान रोज सोसायटी के चक्कर लगा रहे हैं और उन्हें लौटाया जा रहा है। सूरजपुर में सोसायटी प्रबंधक के रवैये से परेशान सिलफिली गांव के किसानों ने उग्र प्रदर्शन किया। उन्होंने नेशनल हाइवे पर धान फेंककर आग लगा दी। सूचना मिलने पर पुलिस और तहसीलदार मौके पर पहुंचे और अाश्वासन देकर उन्हें शांत कराया।
भाजपा ने किया ट्वीट- सरकार का यही चरित्र है
वहीं दूसरी ओर केशकाल प्रदर्शन कर रहे किसानों पर हुए लाठीचार्ज को लेकर भाजपा ने राज्य सरकार को आड़े हाथों लिया है। छत्तीसगढ़ भाजपा की अोर से ट्वीट किया गया कि सरकार का यही चरित्र है। गंगाजल उठाकर वोटों की ठगी कर लेना और जिनके पैसे से अमेरिका में मटरगश्ती हो रही है उन अन्नदाताओं पर लाठी बरसाना। कृतघ्नता से बड़ा कोई पाप नहीं होता। ज़रा तो शर्म कर लेते दाऊ। वहीं पूर्व सीएम रमन सिंह ने भी ट्वीट किया, क्यों अब बंद महलों में मुखिया जी चेहरा छिपाते हो।
खेतों का सीना चीर कर जो तुम्हें रोटी खिलाता था,
ये वही किसान है जिसपे आज तुम लाठी चलाते हो
कहाँ है वादों की गठरी, कहाँ है हक का वो मुद्दा
क्यों अब बंद महलों में मुखिया जी चेहरा छिपाते हो। https://t.co/YHc3LhgNCK— Dr Raman Singh (@drramansingh) February 19, 2020
केशकाल लाठीचार्ज पर भाजपा ने किया जांच दल का गठन
केशकाल में किसानों पर लाठीचार्ज के मामले में भाजपा ने पांच सदस्यीय जांच दल का गठन किया है। जांच दल में पूर्व मंत्री केदार कश्यप, लता उसेंडी, पूर्व विधायक सेवक राम नेताम, किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष पूनम चंद्राकर और किसान मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप शर्मा शामिल हैं। जांच दल केशकाल के लिए रवाना हो गया है। वहां घायल किसानों से मुलाकात करेगा। इसके बाद एक रिपोर्ट तैयार कर पार्टी को सौंपी जाएगी। माना जा रहा है कि भाजपा अब इसे बड़ा मुद्दा बनाने की तैयारी में है।
किसानों ने किया था हाईवे जाम, पुलिस ने चलाई थी लाठियां

केशकाल में धान खरीदी नहीं होने से बेचैन किसानों का गुस्सा मंगलवार को फूट पड़ा था। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-30 को जाम कर दिया। जगदलपुर से लेकर नारायणपुर और कांकेर तक रास्ता बंद हो गया। किसानों ने कोंडागांव- नारायणपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में कोकोड़ी पर प्रदर्शन किया। किसानों का कहना था, हम अपने बारदानों में धान लाए हैं। फिर भी लेने से मना किया जा रहा है। 6 घंटे से अधिक समय तक प्रदर्शन चलता रहा। जाम हटाने के लिए रात करीब आठ बजे पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा था।