- रायपुर के बाराडेरा में आयोजित राष्ट्रीय कृषि मेले में मुख्यमंत्री ने दिया बयान
- मुख्यमंत्री ने कहा- राज्य का आगामी बजट होगा किसानों के पूरे हित में
- 23 से 25 फरवरी तक आयोजित होने वाले राष्ट्रीय कृषि मेले में देशभर से आए किसान
Dainik Bhaskar
Feb 23, 2020, 07:20 PM IST
रायपुर.जिले के बाराडेरा इलाके में आयोजित कृषि मेले के मंच से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों से कहा कि, कोरोनावायरस की इन दिनों काफी चर्चा है, चीन में इससे 2 हजार से ज्यादा लोग मर गए। ये वायरस वहां चमगादड़ का सूप पीने से फैला है, अब डर की वजह से हमारे यहां लोगों ने मुर्गा खाना छोड़ दिया है, मुर्गे से इसका कोई लेना देना नहीं है । यह कहकर सीएम मंच पर हंसने लगे, मुख्यमंत्री किसानों को मुर्गीपालन करने के लिए प्रोत्साहित करने के मकसद से यह बात कह रहे थे। कृषि मेले के उद्घाटन सत्र में उन्होंने कहा कि राज्य का आगामी बजट किसानों के हित को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सरकार अपने वादे के मुताबिक धान का समर्थन मूल्य 2500 रुपए प्रति क्विंटल देगी। फिल्हाल किसानों को 1815 रुपए के हिसाब से भुगतान किया गया है, शेष राशि 685 जल्द ही दे दी जाएगी।
भाजपा और कांग्रेस नेताओं के बीच सियासी तंज के तीर
मंच पर भारतीय जनता पार्टी से विधायक और प्रदेश के पूर्व कृषि मंत्री बृमोहन अग्रवाल और भाजपा के रायपुर सांसद सुनील सोनी मौजूद थे। अपने सम्बोधन में बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार के 2500 रुपए समर्थन मूल्य देने के लिए धन्यवाद किया। साथ ही प्रदेश में बंद हो चुकी धान की सरकारी खरीदी को दोबारा शुरू करने की मांग रखी। कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने अपने सम्बोधन में धान खरीदी पर तो कुछ नहीं कहा मगर उन्होंने धन्यवाद देने वाली बात पर तंज कसते हुए कहा कि – मैं सांसद सुनील सोनी जी से कहता हूं कि बृजमोहन जी के धन्यवाद करने की शिकायत प्रधानमंत्री से नहीं होनी चाहिए, क्योंकि धान खरीदी में कुछ व्यवधान दिल्ली की सरकार ने पैदा किया था। यहां राजनीति की बात नहीं करनी, छत्तीसगढ़ के किसानों की आस्था विश्वास सीएम भूपेश बघेल पर है, प्रदेश की सरकार किसानों को 2500 रुपए समर्थन मुल्य देने के लिए कृत संकल्पित है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी मंच पर बैठे भाजपा के दो बड़े नेता बृजमोहन अग्रवाल और सुनील सोनी पर तंज कसे। सीएम ने कहा कि बाराडेरा की यह कृषि मंडी बनाकर छोड़ दी गई थी, हमने यहां कृषि मेला करवाकर इस जगह को विकसित करने का काम किया है। नवा राजधानी का भी वही हाल है। बनाकर छोड़ दिया गया बसाने का काम हम कर रहे हैं। पहले प्रदेश में चुनाव खत्म होने के बाद किसानों को बोनस देना बंद कर दिया जाता था। हम भी बंद कर दें क्या ? हम बोनस देंगे। इस बाद 83 लाख मिट्रिक टन धान खरीदी हुई। प्रदेश में अब किसानों का रुझान बढ़ा है, खेती अब फायदे का सौदा बन गई है। हम गन्ना के किसानों को लाभ देंगे। केंद्र सरकार को हमने धान से ईंधन बनाने का प्रस्ताव दिया है। इसके लिए मैं बृजमोहन और सुनील जी से निवेदन करूंगा कि इसके लिए वह भी प्रयास करें केंद्र में आपकी सरकार है।
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