Sunday, June 29, 2025
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Chhattisgarh News In Hindi : Corona did not come together, so imports from China were stopped, squatchers in the city and even expensive mobile parts | कोरोना साथ न आए, इसलिए चीन से आयात रोका, शहर में पिचकारियां और मोबाइल पार्ट्स तक महंगे

  • प्रदेशभर से 500 करोड़ के आर्डर कैंसिल, चाइनीज लाइट के रेट पर भी असर: चैंबर
  • होली में बिकने वाली चाइनीज पिचकारियां स्टाॅक में हैं, लेकिन रेट 20 फीसदी तक बढ़ने की आशंका

Dainik Bhaskar

Feb 25, 2020, 12:45 AM IST

रायपुर (असगर खान ) . चीन समेत पूरी दुनिया में तहलका मचाने वाला कोरोना वायरस छत्तीसगढ़ में किसी को संक्रमित नहीं कर पाया, लेकिन इस वजह से बाजार के कई सेगमेंट बुरी तरह टूटते नजर अा रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक्स, खासतौर से मोबाइल पार्ट्स और चाइनीज लाइट्स से लेकर खिलौने और सजावटी सामानों के बाजार में कोरोना की वजह से महंगाई बढ़ने लगी है। चैंबर का अनुमान है कि पिछले दो माह के भीतर राजधानी और प्रदेश के व्यापारियों ने चीनी सामान के 500 करोड़ रुपए से ज्यादा के आर्डर कैंसिल कर दिए हैं। इसका असर इस तरह नजर आ रहा है कि राजधानी के बाजार में मोबाइल एसेसरीज की कीमत 10 से 100 रुपए तक बढ़ गई है। होली में बिकने वाली चाइनीज पिचकारियां स्टाॅक में हैं, लेकिन रेट 20 फीसदी तक बढ़ने की आशंका है। चाइनीज लाइटें यानी एलईडी झालरों में 50 से 500 रुपए तक की वृद्धि का अंदेशा है। सबसे बड़े व्यापारिक संगठन छत्तीसगढ़ चैंबर और कैट का दावा है कि आयात के आर्डर कैंसिल होने से यह स्थिति बनी है।

राजधानी के कई बड़े कारोबारियों का बड़ा व्यापार चीनी सामान पर निर्भर है। उनका दावा है कि आने वाले दिनों में दवाइयां, फर्नीचर, होम डेकोरेटिव आइटम, चाइनीज टाइल्स और खिलौने महंगे हो सकते हैं। अभी ज्यादा असर इसलिए नहीं है क्योंकि अभी पुराना स्टाॅक बचा है जो 15 मार्च तक चलेगा। तब तक अायात शुरू नहीं हुआ तो कीमतें बढ़ने लगेंगी। जहां तक मोबाइल, कंप्यूटर और अन्य गैजेट्स का सवाल है, इनके रेट 30 फीसदी तक बढ़ गए हैं। 

चीन से आयात किया जा रहा यह सामान, इनकी कीमतें बढ़ सकती हैं दो हफ्ते में

चीन से टॉप ब्रांड के अलावा नॉन-ब्रांडेड टाइल्स, बाथरूम फिटिंग, सेनेटरी सामान, लाइट खिलौने, फर्नीचर, बिल्डर हार्डवेयर, फुटवियर, कपड़े, फर्निशिंग फैब्रिक, एफएमसीजी उत्पाद, गिफ्ट आइटम, घड़ी, मोबाइल उपकरण, इलेक्ट्रॉनिक, बिजली, चिकित्सा और सर्जिकल उपकरण, फार्मास्युटिकल्स, आयरन, स्टील के अन्य लंबे उत्पाद, कम लागत वाले एसी, इंजीनियरिंग प्रोडक्ट, रसायन, निर्माण उपकरण, रसोई उपकरण, ऑटो स्पेयर पार्ट्स, मशीनरी आइटम, कागज, स्टेशनरी आइटम, फर्टीलाइजर, कंप्यूटर एवं पार्ट्स, सोलर पैनल, कॉस्मेटिक्स, प्लास्टिक, अगरबत्ती बनाने के लिए बांस की छड़ें आदि सामान  मंगाए जाते हैं। 

इन सभी सामान के स्टॉक खत्म हो रहे हैं। इस वजह से इन सभी सामान की कीमतें बढ़ना भी तय है।

होली के बाजार पर सीधा असर
राजधानी में होली के एक माह पहले से बाजार सजता है, जिसमें चीनी अाइटम की बहुतायत रहती है। लेकिन इस बार दुकानों से चीनी पिचकारियां गायब हो रही है। चीन से पिचकारी टॉय हेड के तहत आती है। इस पर कस्टम ड्यूटी 20 से बढ़ाकर 60 फीसदी हुई है। लिहाजा, पिचकारी और स्प्रिंकलर के दाम 50 से 100 फीसदी तक बढ़ ने की आशंका है। 40 रुपए का मैजिक बलून 80 में और 50-200 रु. तक की प्लास्टिक पिचकारियां 100-300 रुपए में बिक रही हैं। 

आर्डर रद्द करने की वजह जांच
बड़े कारोबारियों ने बताया कि चीन से आए होली के सामान को कोरोना की वजह से जांच के लिए पहले टेस्टिंग लैब भेजा जा रहा है। जांच में 15-20 दिन और लग रहे हैं। इसलिए यहां के कारोबारियों ने 500 करोड़ से ज्यादा का ऑर्डर रद्द कर दिया है। आने वाले एक महीने में दावा किया जा रहा है कि यह रकम दोगुनी हो सकती है।  यानी करीब 1000 करोड़ के ऑर्डर रद्द हो सकते हैं। 

खाद्य सामग्री 

राइस मिलर्स एसोसिएशन के योगेश अग्रवाल ने बताया कि छत्तीसगढ़ समेत देशभर में घरेलू जरूरतों के लिए सालाना 50 फीसदी राजमा चीन से इंपोर्ट होता है। चीन के डलियन पोर्ट से शिपमेंट नहीं आने की वजह से राजमा के दाम लगभग 8 फीसदी बढ़ गए हैं। कारोबारियों का दावा है कि भारत पहुंचने वाले 300 से ज्यादा कंटेनर बंदरगाह में फंसे हुए हैं। इस वजह से भी सामान की कीमत बढ़ेगी।

दवाइयां 

दवा व्यावसायी संघ  के भरत बजाज ने बताया कि दवा बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल की सप्लाई चीन से रुक गई है। ऐसे में कंपनियों को दूसरे देशों से महंगा कच्चा माल खरीदना पड़ सकता है। इससे शुगर और ब्लड प्रेशर का इलाज करने वाली दवाइयों की कीमत बढ़ेगी। वुहान में सबसे ज्यादा दवा कंपनियां हैं। भारत में 80 फीसदी एपीआई (दवाओं का कच्चा माल) चीन से आता है।

इलेक्ट्राॅनिक्स

छग इलेक्ट्रॉनिक्स ट्रेडर्स एसोसिएशन के सचिव सुमित मेघानी का कहना है कि कंज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियां इलेक्ट्रॉनिक सामान की कीमतें बढ़ा सकती है। एसी के सभी आउटडोर, फ्रिज के कंप्रेसर के अलावा टीवी, मोबाइल आदि के पार्ट्स चीन से आते हैं। अभी कंपनियों के पास 7 मार्च तक का स्टॉक है। इसके बाद सप्लाई नहीं हुई तो कंपनियों ने ही कहा है कि कीमतें 3 से 5 हजार तक बढ़ेंगी।

एसेसरीज पर असर
 

पार्ट्स     पुरानी कीमत      नई कीमत
 
मेमोरी कार्ड      130     150
 
ग्लास कार     50      70
 
डिस्पले     12-14सौ      15-17सौ
 
कवर      80-400      120-520
 
चार्जर     60-100      120
 
पावर बैंक     500      600
 
1 जीबी डिस्क     3000      3400
 
खिलौने     100     130
 
डाटा केबल      50     70
 
ईयर फोन     70      80

(बड़े आयातकों के अनुसार)

बढ़ने लगी हैं कीमतें : चैंबर 

 इलेक्ट्रॉनिक्स महंगा होने लगा है। होली के बाजार पर भी असर है। अभी चीन से अायात में कई परेशानियां हैं, इसलिए व्यापारी परहेज कर रहे हैं।  जितेंद्र बरलोटा,  अध्यक्ष छत्तीसगढ़ चैंबर

कारोबार में गिरावट : कैट

छत्तीसगढ़ में एक साल में 12 से 14 हजार करोड़ का व्यापार चीन से होता है। इस साल इसमें गिरावट है, इसलिए सामान के रेट बढ़ रहे हैं।  अमर पारवानी,  अध्यक्ष छत्तीसगढ़ कैट


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