- जिला कलेक्टर को युवाओं ने सौंपा ज्ञापन
- समाज के नेताओं पर दोहरे रवैये का आरोप
Dainik Bhaskar
Feb 19, 2020, 02:55 PM IST
दुर्ग. अपनी पसंद का जीवन साथी चुनना अब प्रदेश के कुछ युवाओं और उनके परिजनों के लिए परेशानी का सबब बन चुका है। हाल ही में दुर्ग कलेक्टर से ऐसे ही 25 लोगों ने ज्ञापन सौंपकर सुरक्षा देने या आत्मदाह की अनुमति देने की मांग की है। शिकायत करने वाले गुलाब ने बताया कि कुर्मी समाज से होने और अंर्तजातीय विवाह करने की वजह से उन्हें और उनके जैसे कई युवा या उनके घर वालों को परेशान किया जाता है। समाज के नेता राजेंद्र हरमुख पर उन्होंने प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। हालांकि समाज के नेताओं ने इन्हें बहिष्कृत किए जाने से इंकार किया है। मगर सामाजिक कार्यक्रमों, शादी या निधन के दौरान इन्हें नहीं बुलाया जाता।
छोड़ना पड़ा गांव
गुलाब ने बताया कि उन्होंने 2016 में अपनी पसंद की युवती से शादी की थी। वह कुर्मी समाज से नहीं है, इसी बात को लेकर समाज के लोगों ने विरोध किया। चिंगरी गांव के रहने वाले गुलाब को अपना गांव छोड़कर अब रिसाली भिलाई में रहना पड़ रहा है। शादी के फौरन बाद समाज के लोगों ने गुलाब के पिता पर अर्थदंड लगाया, पूरे गांव को भोज कराने का दंड दिया। गुलाब के भाई की शादी के कार्ड में उनका नाम नहीं छपवाया गया, समाज के लोगों ने इसे लेकर भी शर्त रख दी थी।
मुख्यमंत्री से करेंगे मांग
गुलाब ने बताया कि ऐसी स्थिति में किसी की मौत होने पर कांधा देने तक पर मनाही होती है। उन्होंने बताया कि अब आगामी 22-23 फरवरी को दुर्ग से 5 किलोमीटर की दूरी पर समाज के प्रस्तावित कार्यक्रम में हम जाएंगे। कार्यक्रम में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी आएंगे, हम सभी वहां अपनी बात रखेंगे, कि हमारे साथ हो रहे इस सलूक को रोका जाए। यह आयोजन इस बार जबरदस्ती एक प्रायवेट हॉल में किया जा रहा है ताकि हमे वहां जाने से रोका जा सके। इसलिए हमने कलेक्टर से सुरक्षा या इच्छामृत्यू देने की मांग की है।
Source link